भगवान सब को ऐसी बेटी दें! 17 साल की देवनंदा ने पिता को मौत के मुंह से वापस लाने के लिए डोनेट किया अपना लिवर, आसान नहीं था सफर...
punjabkesari.in Monday, Feb 20, 2023 - 01:56 PM (IST)

नेशनल डेस्क: केरल में 17 साल की बेटी ने अपने पिता को लिवर डोनेट कर एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि बेटियां बेटों से कम नहीं है। बता दें कि यह मिसाल केरल में 17 साल की देवनंदा ने अपने पिता को लिवर डोनेट कर दी।
देश के ऑर्गन डोनेशन नियमों के मुताबिक, 18 साल से कम उम्र के लोग अंगदान नहीं कर सकते हैं लेकिन देवनंदा ने केरल हाईकोर्ट से विशेष इजाजत लेकर 9 फरवरी को अपने पिता प्रतीश को लिवर का एक टुकड़ा डोनेट किया। देवनंदा की बहादुरी को देखकर अस्पताल प्रशासन बी इतना भावुक हुआ कि उन्होंने सर्जरी का बिल भी माफ कर दिया।
त्रिशूर की रहने वाली देवनंदा ने बताया कि उनके पिता कैफे चलाते है। पिछले साल सितंबर में ओणम के समय उनके पिता जब काम से घर लौट रहे थे, तो उनके पैर सूजे हुए थे और उस वक्त उसके पिता की बहन की ब्रेस्ट कैंसर से मौत हुई थी और सब इससे पहले ही गुकी थे और ऐसे में किसी ने पिता की हालत पर गौर नहीं किया। ऐसे में जब डाॅक्टर से संपर्क किया तो पता चला कि लिवर में कुछ गड़बड़ है जिसके लिए सिर्फ लिवर ट्रांसप्लांट ही केवल आप्शन था।
देवनंदा के पिता का ब्लड ग्रुप B- है, जो बहुत रेयर होता है। परिवार में किसी का ब्लड ग्रुप उनसे मैच नहीं हुआ ऐसे में बाहर से डोनर लेने पर 30-40 लाख रुपए का खर्चा था। देवनंदा ने बताया कि मेरा ब्लड ग्रुप O+ है। डॉक्टरों ने बताया कि O+ यूनिवर्सल डोनर होता है, लिहाजा वह अपने लिवर का एक हिस्सा अपने पिता को डोनेट कर सकती है, लेकिन देवनंदा का जब लिवर टेस्ट हुआ तो वह स्वस्थ नहीं था अपने पिता को बचाने के लिए देवनंदा ने हार नहीं मानी और डाॅक्टर से मदद लेकर अपने लीवर को स्वस्थ रखने के लिए हैल्दी डाइट फाॅलो करनी शुरू की और एक्सरसाइज की जिसके एक ही महीने में उसका लिवर स्वस्थ हो गया और वह लिवर का पार्ट डोनेट करने के लिए फिट हो गई।
इस बीच में देश के कानून के मुताबिक, 18 साल से कम उम्र के लोग ऑर्गन टिश्यू डोनेट नहीं कर सकते इसके लिए भी देवनंदा ने सख्त लड़ाई लड़ी और आखिरकार 9 फरवरी को देवनंदा ने अपने लिवर का एक हिस्सा अपने पिता को डोनेट किया। वहीं अब देवनंदा अब डिस्चार्ज होकर घर आ गई है। उसने बताया कि वह अपने पिता के घर आने का इंतजार कर रही हूं।