भारत ने 17 करोड़ लोगों को ''महा गरीबी'' से बाहर निकाला, रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा
punjabkesari.in Sunday, Apr 27, 2025 - 12:07 AM (IST)

नेशनल डेस्क : भारत ने पिछले दशक में गरीबी कम करने के मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। वर्ल्ड बैंक की नई रिपोर्ट 'पावर्टी एंड इक्विटी ब्रीफ' के अनुसार, 2011-12 से 2022-23 के बीच देश ने करीब 17.1 करोड़ लोगों को अत्यधिक गरीबी से बाहर निकाला है। इस दौरान गरीबी दर 16.2% से घटकर सिर्फ 2.3% रह गई।
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में भी तेजी से सुधार हुआ है। गांवों में गरीबी दर 18.4% से घटकर 2.8%, जबकि शहरों में 10.7% से घटकर 1.1% हो गई। इससे गांव और शहर के बीच गरीबी का अंतर भी काफी कम हो गया है।
पांच राज्यों की अहम भूमिका
उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल ने गरीबी कम करने में सबसे अहम योगदान दिया है। 2011-12 में देश के 65% बेहद गरीब इन्हीं राज्यों में थे, और अब तक की गरीबी में गिरावट का दो-तिहाई हिस्सा भी यहीं से आया है। हालांकि इन राज्यों में अभी भी देश के आधे से ज्यादा गरीब लोग रहते हैं।
रोजगार के क्षेत्र में भी सुधार
भारत में अब काम करने की उम्र वाले लोगों से ज्यादा तेजी से रोजगार के मौके बढ़ रहे हैं। खासकर महिलाओं की रोजगार दर में सुधार हुआ है। शहरों में बेरोजगारी घटकर 6.6% रह गई है, जो 2017-18 के बाद सबसे कम है। गांव से शहर की ओर पुरुषों का पलायन फिर से बढ़ रहा है, जबकि गांवों में महिलाएं खेती से जुड़ी नौकरियों में ज्यादा शामिल हो रही हैं।
अभी भी बनी हैं कुछ चुनौतियां
- युवाओं में बेरोजगारी की दर अभी भी 13.3% है।
- उच्च शिक्षा प्राप्त युवाओं में यह दर 29% तक है।
- सिर्फ 23% नौकरियां स्थायी हैं, बाकी 77% अस्थायी या अनौपचारिक।
- खेती से जुड़ा रोजगार लगभग पूरी तरह अस्थायी है।
- महिलाओं की भागीदारी पुरुषों के मुकाबले काफी कम है- अभी भी 23 करोड़ पुरुष ज्यादा कमाने वाले काम में लगे हैं।