डालमिया ग्रुप ने लालकिले को लिया गोद, 25 करोड़ रुपये में हुई डील

punjabkesari.in Friday, Apr 27, 2018 - 11:25 PM (IST)

नेशनल डेस्कः दिल्ली के लालकिला को एक बड़े कॉरपोरेट हाउस डालमिया ग्रुप ने गोद ले लिया है। देश की इस ऐतिहासिक धरोहर को संवारने की खातिर डालमिया ग्रुप ने 25 करोड़ की डील हुई है। ऐतिहासिक स्मारक गोद में लेने वाला भारत का ये पहला कॉर्पोरेट हाउस बन गया है।

डालमिया ग्रुप ने ये कॉन्ट्रैक्ट इंडिगो एयरलाइंस और जीएमआर ग्रुप को कहाकर जीता है। सूत्रों के मुताबिक ये कोन्ट्रैक्ट सरकार की ऐतिहासिक स्मारकों को गोद देने की स्कीम "एडॉप्ट ए हेरिटेज" का हिस्सा है।

जानकारी के अनुसार डालमिया ग्रुप के 23 काम शुरू करने की प्रक्रिया भी शुरू कर सकता है। इसमें यह तय किया जाएगा कि लालकिले का विकास कैसे हो। लेकिन 15 अगस्त के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण से पहले जुलाई में डालमिया ग्रुप को लालकिला फिर से सिक्योरिटी एजेंसियों को देना होगा। 15 अगस्त के बाद लालकिले को फिर डालमिया ग्रुप को सौंप दिया जाएगा।

छह महीने के भीतर देनी होंगी बुनियादी सुवधाएं
लालकिले को लेकर डालमिया भारत ग्रुप, पर्यटन मंत्रालय, आर्कियोलॉजी सर्वे ऑफ इंडिया के बीच 9 अप्रैल को डील हुई। कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक ग्रुप को 6 महीने के अंदर लालकिले में बुनियादी सुविधाएं देनी होंगी और एक साल के अंदर इसे टेक्सटाइल मैप, टॉयलेट अपग्रेडेशन, रास्तों पर लाइटिंग, बैटरी संचालित व्हीकल, चार्जिंग स्टेशन और एक कैफेटेरिया बनाना होगा। इसके लिए ग्रुप टूरिस्ट से पैसे चार्ज कर सकेगा। इसमें पीने के पानी की सुविधा, स्ट्रीट फर्नीचर जैसी सुविधाएं शामिल हैं। ग्रुप को जितना पैसा मिलेगा, उस पैसे को फिर से लालकिले के विकास पर ही लगाना होगा। डालमिया ग्रुप लालकिले के अंदर अपनी ब्रांडिंग का उपयोग कर सकेगा।

लालकिले के बाद ताजमहल को गोद लेने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। ताजमहल को गोद लेने की दौड़ में जीएमआर स्पोर्ट्स और आईटीसी अंतिम दौर में है। मोदी सरकार ने "एडॉप्ट ए हेरीटेज" स्कीम सितंबर 2017 में लागू की थी। देश भर की 100 ऐतिहासिक स्मारकों के लिए यह स्कीम लागू की गई है। 


 


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Yaspal

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