ICMR वैज्ञानिक का दावा, नया कोविड वैरिएंट अधिक खतरनाक, बचने के लिए करें ये दो काम
punjabkesari.in Wednesday, Oct 27, 2021 - 12:15 PM (IST)
नई दिल्ली- देश में जहां कोरोना की दूसरी लहर थमते हुए नज़र आ रही हैं वहीं अब कोविड का नया संक्रमण देखने को मिला है। जिसे एक्सपर्ट ने पहले वेरिएंट के मुताबिक नए वेरिएंट को अधिक खतरनाक बताया है।
हाल ही में इंग्लैंड में कोरोना के नए वैरिएंट AY.4.2 का पता चला है जिसे काफी घातक माना जा रहा है। इस बीच ICMR के वैज्ञानिक डॉक्टर समीरन पांडा ने दावा किया है कि यह वैरिएंट इतना घातक नहीं है।
एक रिपोर्ट के अनुसार,ICMR के महामारी विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉक्टर समीरन पांडा ने बताया है कि AY.4.2 अत्यधिक पारगम्य लगता है, लेकिन घातक नहीं हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन सभी को कोरोना के नियमों का पालन करते रहना चाहिए।
भारत में सार्स-को2 वैरिएंट के लगभग 17 नमूनों की पहचान की गई है जिन्हें AY.4.2 कहा जाता है। यह सार्स-को2 वायरस के डेल्टा संस्करण का एक उप-वंश है, जबकि डेल्टा भारत में प्रसारित होने वाला सबसे प्रमुख संस्करण है।
The Delta variant sub-lineage AY.4.2, also known as "Delta plus," has aroused concern with its sequence found in ~10% of recent UK cases. Here are the mutation maps of both, notable for minimal difference at 2 sites (red arrows)https://t.co/nKnmp5x18c pic.twitter.com/CCfWcnuzkl
— Eric Topol (@EricTopol) October 24, 2021
कोरोना के नए AY.4.2 वेरिएंट से बचने के उपाय-
-उन्होंने कहा कि हमें दहशत पैदा नहीं करनी चाहिए बल्कि सतर्कता बढ़ानी चाहिए और कोविड के उचित व्यवहार का पालन करना आवश्यक है। शालीनता के लिए कोई जगह नहीं है।
-पांडा ने कहा कि लोगों को बिना किसी अपवाद के टीके और मास्क के संयोजन का पालन करना चाहिए।
-इन्फ्लुएंजा वायरस और कोरोना वायरस के एक ओपन-एक्सेस जीनोमिक डेटाबेस GISAID के अनुसार, AY.4.2 के सात नमूने आंध्र प्रदेश में, दो कर्नाटक में, दो तेलंगाना में, चार केरल में, एक-एक जम्मू और कश्मीर और महाराष्ट्र में पाए गए हैं।
-यूके में भी AY.4.2 का पता चला है। अमेरिकी वैज्ञानिक एरिक टोपोल ने 24 अक्टूबर को ट्वीट किया, 'डेल्टा संस्करण उप-वंश AY.4.2, जिसे डेल्टा प्लस के रूप में भी जाना जाता है, ने ब्रिटेन के हालिया मामलों के 10% में पाए गए अनुक्रम के साथ चिंता पैदा की है।'
