जूते से भी फैल सकता है कोरोना संक्रमण, पांच दिन तक जिंदा रहता है वायरस: स्टडी
punjabkesari.in Sunday, Mar 29, 2020 - 06:36 PM (IST)
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के संक्रमण से पूरी दुनिया में कोहराम मचा है। पूरी दुनिया में अब तक करीब 32 हजार लोग इस महामारी के शिकार हो चुके हैं। इस महामारी से बचने के लिए अभी तक कोई इलाज नहीं है ऐसे में सामाजिक दूरी ही एक विकल्प है जो इस महामारी को फैलने से रोक सकता है।
इस बीच दुनिया के तमाम शोधकर्ता और वैज्ञानिक कह रहे हैं कि अपने जूते घर के बाहर ही उतारिए और उन्हें साफ रखिए, ताकि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ी जा रही वैश्विक लड़ाई को जीता जा सके। ऑस्ट्रेलिया में बाकायदा सरकार ने निर्देश दिए हैं कि जूते घर के बाहर उतारकर ही अंदर जाएं। अध्ययन में सामने आया है कि जूते का सोल भी बैक्टेरिया, फंगस और वायरस का प्रमुख अड्डा हो सकता है। जूतों के सोल में भी कोरोना वायरस 5 दिन क जिंदा रहता है। दरअसल कोरोना वायरस किसी संक्रमित व्यक्ति की हवा में फैली ड्रापलेट्स के जरिए फैलता है, अगर यही जमीन पर गिरें या फिर जूतों के फीतों पर या हील पर गिरें तो यह इनमें 5 दिनों तक जिंदा रहेगा।
डेली मेल में छपी खबर के मुताबिक वैज्ञानिकों का कहना है कि कोविड 19 जूते के सोल में 5 दिन तक जिंदा रहता है, खासकर ऐसे जूतों में जो व्यस्त क्षेत्रों जैसे सुपर मार्केट, एयरपोर्ट और पब्लिक ट्रांसपोर्ट में पहने गए हों। आपको बता दें कि जूते का सोल ड्यूरेबल सिंथेटिक मैटेरियल्स, जैसे रबर, पीवीसी और लैदर लाइन प्लास्टिक के बने होते हैं। इन सभी चीजों पर बैक्टेरिया हो सकते हैं क्योंकि इनमें से हवा, लिक्विड और नमी गुजर नहीं सकती।
न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में छपी एक स्टडी में दावा किया गया है कि कोरोना वायरस कार्डबोर्ड में 24 घंटे और प्लास्टिक और स्टेनलैस स्टील में तीन दिन तक जिंदा रहता है। स्टडी में यह भी दावा किया गया है कि जूते में इस्तेमाल होने वाले सिंथेटिक मैटेरियल में यह 5 दिन तक जिंदा रहता है। इसलिए जूतों को घर के दरवाजे के बाहर और गैराज में उतारकर घर में घुसना चाहिए। इसलिए ऐसे हेल्थ वर्कर, शॉप असिस्टेंट को सलाह दी जाती है कि ये लोग एक समय में एक ही जूतों को पहनकर घर से बाहर निकलें।