देश में कोरोना ने पकड़ी रफ्तार, 2700 के पार पहुंचे केस, 24 घंटे में 7 मौतें; इन तीन राज्यों में सबसे ज़्यादा असर
punjabkesari.in Saturday, May 31, 2025 - 05:10 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कोविड ने एक बार फिर से देश में चिंता बढ़ा दी है। इन केसों को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा ताज़ा आकंड़ें जारी किए हैं। विभाग के अनुसार इनकी संख्या 2,710 तक पहुंच गई है। इनमें केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य हैं। केरल में 1,147 केस रिपोर्ट किए गए. उसके बाद महाराष्ट्र में 424 केस दर्ज किए गए। 30 मई की सुबह 8 बजे तक के आँकड़ों के मुताबिक, देश भर में नए मरीज़ों की संख्या में इज़ाफ़ा हुआ है, और कुछ राज्यों में स्थिति ज़्यादा गंभीर दिख रही है.
राज्यों में कोरोना की स्थिति-
आँकड़ों के अनुसार दिल्ली में 294 और गुजरात में 223 मरीज़ मिले हैं, जो देश में सर्वाधिक हैं। इसके बाद कर्नाटक और तमिलनाडु में 148-148 नए केस दर्ज किए गए हैं, जबकि पश्चिम बंगाल में 116 मामले सामने आए हैं।
पिछले 24 घंटे में 7 नई मौतें भी दर्ज की गई हैं, जिससे इस साल के पहले पाँच महीनों में मरने वालों की कुल संख्या 22 हो गई है. इन 7 मौतों में से महाराष्ट्र में दो मौतें हुई हैं, जबकि दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक, पंजाब और तमिलनाडु में एक-एक मौत रिकॉर्ड की गई है।
दिल्ली में 24 घंटे में 77 मरीज़, केरल में सर्वाधिक टेस्टिंग
राजधानी दिल्ली में 24 घंटे में 77 नए मरीज़ पाए गए हैं और एक 60 वर्षीय महिला की मौत भी हुई है। वहीं, केरल में 24 घंटे में 72 मरीज़ मिले हैं, और महाराष्ट्र में 34 नए मरीज़ दर्ज किए गए हैं।
पिछले हफ़्ते कोविड केसों में पाँच गुना उछाल देखने को मिला था और यह आँकड़ा 1,000 के पार पहुँच गया था। केरल में सबसे ज़्यादा कोरोना टेस्ट किए गए हैं, जिसकी वजह से वहाँ मरीज़ों की पहचान भी ज़्यादा हुई है। मिज़ोरम में भी कोरोना के दो नए केस सामने आए हैं, जो सात महीने बाद मिले हैं।
उछाल के पीछे नए वेरिएंट?
माना जा रहा है कि ओमिक्रॉन के दो नए सब-वेरिएंट – LF.7 और NB.1.8.1 – इस अचानक हुई वृद्धि के लिए ज़िम्मेदार हो सकते हैं। JN.1 अभी भी प्रमुख वेरिएंट बना हुआ है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अभी तक LF.7 या NB.1.8.1 को 'चिंताजनक वेरिएंट' (Variant of Concern) के रूप में वर्गीकृत नहीं किया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि कोरोना के अधिकांश मामले हल्के हैं और घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है। विशेषज्ञों का मानना है कि नए वेरिएंट में कुछ हद तक प्रतिरक्षा से बचने की क्षमता हो सकती है, लेकिन इस बात का कोई सबूत नहीं है कि वे गंभीर संक्रमण का कारण बन सकते हैं। इसके लक्षण काफ़ी हद तक सामान्य फ्लू जैसे ही हैं, जिनमें बुखार, नाक बहना, गले में खराश, सिरदर्द और थकावट शामिल हैं।
राज्यों को निर्देश और बचाव के उपाय
कई राज्यों ने अस्पतालों को बेड,ऑक्सीजन सिलेंडर, टेस्टिंग किट और वैक्सीन की उपलब्धता बनाए रखने का निर्देश दिया है। साथ ही बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाते समय मास्क पहनने की सलाह दी गई है। यह सलाह सावधानी बरतने और संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए दी गई है।
राज्यानुसार केस इस प्रकार हैं-
केरल- 1,147 केस
महाराष्ट्र- 424 केस
दिल्ली- 294 केस
गुजरात- 223 केस
कर्नाटक-तमिलनाडु: 148-148 केस
पश्चिम बंगाल- 116 केस
राजस्थान- 51 केस
यूपी- 42 केस
पुडुचेरी- 35 केस