JNU में ''लव जिहाद'' पर बनी फिल्म को लेकर विवाद, छात्रों के बीच हुई हिंसक झड़प
punjabkesari.in Saturday, Apr 28, 2018 - 09:18 AM (IST)
नेशनल डेस्क: दिल्ली के मशहूर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में शुक्रवार को एक फिल्म की स्क्रीनिंग को लेकर दो गुट आमने सामने आ गए। इस हिंसा में कई छात्र घायल हो गए। विवेकानंद विचार मंच द्वारा दिखाई गई ‘इन द नेम ऑफ लव’ नाम की फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान यह झड़प हुई। फिल्म की स्क्रीनिंग के विरोध में जेएनयू स्टूडेंट यूनियन और लेफ्ट विंग के छात्रों ने प्रदर्शन किया जिसके बाद राइट विंग और लेफ्ट विंग के गुटों में तकरार शुरू हो गई।
'In the Name of Love' documentary being screened by Vivekananda Vichar Manch & Global Indian Foundation.
— Nidhi Tripathi JNU (@nidhitripathi92) April 27, 2018
Communists came & attacked students watching documentary there.
This is an attack on Freedom of Expression & Democratic Ethos of JNU by Left goons.#CommunistViolenceInJNU pic.twitter.com/gc9JUYZul8
मंच के पदाधिकारियों का आरोप है कि फिल्म की स्क्रीनिंग रोकने के लिए वामपंथी छात्र संगठन के पदाधिकारियों ने उन पर हमला बोल दिया। जिसमें मंच से जुड़े कई छात्रों को गंभीर चोटें लगी हैं। वहीं जेएनयू छात्र संघ ने एबीवीपी कार्यकताओं पर मारपीट का आरोप लगाया। एबीवीपी इकाई के नेता सौरभ शर्मा ने आरोप लगाया कि वामपंथी छात्र संगठनों के कार्यकर्ताओं ने अपशब्दों का इस्तेमाल किया और उनके साथ मारपीट की। सौरभ ने जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष मोहित पांडेय पर उन्हें जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप लगाया। दोनों की पक्षों की शिकायत पर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बता दें कि एबीवीपी और विवेकानंद विचारधारा मंच की तरफ से प्रोग्राम को ऑर्गेनाइज किया गया था। ये फिल्म केरल में लव जिहाद के नाम पर हिंदू लडकियों के धर्मांतरण के मुद्दे पर है। फिल्म प्रदर्शकों का कहना है कि जेएनयू में आए दिन हो रहे धर्मांतरण पर रोक लगाने के लिए यह फिल्म दिखाई जा रही थी। तभी जेएलयू के लेफ्ट विंग ने फिल्म रोक दी और नारेबाजी करनी शुरु कर दी। उन्होंने पोस्टरों के जरिये बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ भी नारेबाजी की। इंडिया फाउंडेशन के प्रमुख और दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता नवीन कुमार ने बताया कि केरल में इस तरह की वारदातें आए दिन हो रहे हैं। वहां पर महिलाओं और पुरुषों का बड़े पैमाने पर धर्मांतरण किया जा रहा है। लेकिन अब केरल कीे आग की तपिश दिल्ली तक पहुंच गई है। ये एक बड़ा और गंभीर मामला है जिस पर जल्द ही बड़े मंत्रियों से बात की जाएगी।