मोची ने राहुल गांधी द्वारा सिली गई चप्पल के लिए 10 लाख रुपए की पेशकश ठुकराई, जानें क्या वजह बताई

punjabkesari.in Thursday, Aug 01, 2024 - 07:54 PM (IST)

नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले के कूरेभार क्षेत्र के विधायक नगर में स्थित मोची राम चेत का कहना है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा सिली गई चप्पल के लिए उन्हें 10 लाख रुपए तक की पेशकश की गई है, लेकिन उन्होंने इस सौदे को ठुकरा दिया और इसके बजाय वह कांच के फ्रेम में उस "भाग्यशाली" चप्पल को रखना चाहते हैं। जिले के कूरेभार क्षेत्र के विधायक नगर में स्थित राम चेत मोची की दुकान पर पिछले दिनों राहुल गांधी के बैठने पर आज राम चेत सुर्खियों में है।

मोची ने बताई चप्पल न देने की वजह
राहुल गांधी के उनकी दुकान पर बैठने से उनका भाग्य ही बदल गया है। राम चेत से जब यह पूछा गया कि राहुल गांधी जब से आपकी दुकान पर आए हैं आप कैसा महसूस कर रहे हैं, तो राम चेत ने कहा, ‘‘मेरी तो दुनिया ही बदल गई है। मुझे जो कोई नहीं जानता था अब मेरी दुकान पर आकर मेरे साथ सेल्फी लेते हैं।'' यह पूछे जाने पर कि जिस चप्पल की राहुल गांधी ने सिलाई की थी अब उसकी बोली लग रही है। इस पर राम चेत ने कहा, ''मेरे पास बहुत फोन आ रहे हैं उस चप्पल को देने के लिये। उस चप्पल की कीमत दस लाख रुपए तक लग चुकी है। मैंने कहा कि मैं इस चप्पल को नहीं दे सकता क्योंकि यह चप्पल मेरे लिए भाग्यशाली है।''

कई 5 तो कई 10 लाख देने की बात कर रहा- मोची 
उन्होंने दावा करते हुए कहा, ''मंगलवार को मेरे पास प्रतापगढ़ से फोन आया कि जो चप्पल राहुल गांधी जी ने सिला है वह मुझे दे दो मैं तुम्हें पांच लाख रुपए दूंगा। मैंने कहा कि यह चप्पल मैं नहीं दूंगा। उसने कहा कि यदि रुपए कम हो तो मैं दस लाख रुपए दूंगा। मैंने कहा कि मुझे चप्पल नहीं बेचना है फोन रखो।'' जब यह पूछा गया कि इस चप्पल का वह क्या करेंगे तो राम चेत ने कहा,'' मैं इसे शीशे में फ्रेम कराकर अपनी दुकान में रखूंगा। राहुल गांधी अब हमारे दुकान के पार्टनर हो गए हैं।''

राहुल गांधी मेरे पार्टनर हैं- मोची 
यह पूछे जाने पर कि वह कैसे आपके पार्टनर हुए तो राम चेत ने कहा, '' मेरी दुकान पर बैठकर राहुल गांधी ने चप्पल की सिलाई का काम किया है इसलिए वह मेरे पार्टनर हैं।'' यह पूछे जाने पर कि जब से राहुल गांधी उनकी दुकान पर बैठें हैं उसके बाद अपने को आप कैसे महसूस करते हैं तो, राम चेत ने कहा, '' यह फर्क पड़ा है कि राहुल गांधी जी के मेरी दुकान पर आने के बाद मेरे पास सरकारी विभाग के लोग आकर मेरी समस्या को जानने के लिये पूछताछ करने आ रहे हैं।''

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rajesh kumar

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