JNU में भगवान राम पर ‘अपमानजनक’ टिप्पणी, ABVP और लेफ्ट संगठनों के बीच झड़प
punjabkesari.in Tuesday, Oct 29, 2024 - 11:46 PM (IST)
नई दिल्लीः जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में बीती रात विश्वविद्यालय संचालन परिषद बैठक (यूजीबीएम) में भगवान राम पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर वामपंथी संगठनों और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के विद्यार्थियों के बीच झड़प हो गई। जेएनयू छात्र संघ (JNUSU) ने आरोप लगाया कि अभाविप सदस्यों ने JNUSU पदाधिकारियों पर जातिसूचक टिप्पणियां कीं।
JNUSU ने आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) के चुनाव में हिस्सा लेने के विषय पर चर्चा करने के लिए यह बैठक बुलाई थी। आईसीसी विश्वविद्यालय परिसर में यौन उत्पीड़न की शिकायतों के निवारण के लिए स्थापित निकाय है। JNUSU यौन उत्पीड़न लैंगिक संवेदनशीलन समिति (जीएससीएएसएच) के स्थान पर आईसीसी के गठन का लंबे समय से विरोध कर रहा है। विश्वविद्यालय ने 2017 में जीएससीएएसएच को खत्म कर दिया था।
JNUSU ने मंगलवार को एक बयान में आरोप लगाया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य जबरन यूजीबीएम की बैठक में घुसकर मंच पर पहुंच गए और उन्होंने उसके सदस्यों के साथ धक्कामुक्की की तथा उन्हें धमकी दी। बयान में कहा गया, ‘‘आदतन अपराधी के रूप में अभाविप यूजीबीएम में बाधा डालने लगी। उसने JNUSU अध्यक्ष धनंजय, उपाध्यक्ष अविजित घोष और संयुक्त सचिव मोहम्मद साजिद के साथ-साथ अपने विचार साझा करने आए अन्य छात्रों को भी परेशान किया। उन्होंने धनंजय को जातिसूचक गालियां भी दीं और उन्हें ‘नीच' कहा।''
JNUSU के अनुसार, अभाविप सदस्यों ने साजिद को धमकी देते हुए कहा, ‘‘तुमको भी नजीब बना देंगे।'' यह नजीब अहमद (जेएनयू का एक छात्र जो 2016 में अपने छात्रावास से लापता हो गया था) के लापता होने का संदर्भ था। बैठक रात में ढाई बजे तक चली। इस बीच, अभाविप ने वाम छात्र संगठनों पर भगवान राम के खिलाफ अपमानजनिक टिप्पणियां करने का आरोप लगाया। इसने कहा, ‘‘अभाविप- जेएनयू यूजीबीएम में एक वामपंथी सदस्य द्वारा प्रभु श्री राम के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणी की निंदा करती है। अपने भाषण के दौरान वामपंथी सदस्य ने कहा कि सावरकर और ‘नीच' राम अभाविप कार्यकर्ताओं के आदर्श हैं।''