तिब्बत में ताकत बढ़ा रहा चीन; ल्हासा में सबसे बड़ा एयरपोर्ट किया शुरू, बढ़ेगी भारत की टेंशन

punjabkesari.in Tuesday, Aug 10, 2021 - 11:21 AM (IST)

बीजिंगः चीन ने अपनी महत्वकांशी योजनाओं को पूरा करने के लिए तिब्बत की राजधानी ल्हासा स्थित हवाईअड्डे पर चीन ने एक नवनिर्मित विस्तारित टर्मिनल शुरू कर दिया है। इसका लक्ष्य रणनीतिक हिमालयी क्षेत्र में परिवहन संबंधी बुनियादी ढांचे का विस्तार करना तथा इसे दक्षिण एशिया के एक बड़े वैश्विक यातायात केंद्र के रूप में स्थापित करने का है। चीन के इस कदम से भारत की टेंशन बढ़ने की  संभावना है।

PunjabKesari

तिब्बत में हवाई, सड़क व रेल सेवाओं के विस्तार के पीछे चीन की रणनीति वहां नागरिक व सैन्य परिवहन को मजबूत बनाना है, चूंकि यह इलाका भारत के अरूणाचल प्रदेश के अलावा नेपाल व भूटान से सटा है। चीन अरूणाचल प्रदेश को तो दक्षिण तिब्बत का हिस्सा मानता है, जबकि भारत उसके इस दावे को पूरी ताकत से ठुकराता है। भारत व चीन के 3488 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा है, जिसे लेकर लंबे समय से विवाद है।

PunjabKesari

चीन के सरकारी भोंपू  ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि ल्हासा गोंगर हवाईअड्डे पर नवनिर्मित टर्मिनल-3 विमानों के परिचालन के लिए शनिवार को शुरू कर दिया गया। सुदूर क्षेत्र के बुनियादी ढांचे के विकास में यह महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा जो यात्री और माल परिवहन में मजबूती ला सकता है। इसमें कहा गया है कि इस हवाईअड्डे की विस्तार परियोजना पर करीब 60.3 करोड़ डॉलर खर्च हुए हैं। इससे क्षेत्र को दक्षिण एशिया का वैश्विक परिवहन केंद्र बनाने में मदद मिलेगी। 

PunjabKesari

बता दें कि तिब्बत के विकास के नाम पर चीन इस क्षेत्र में अपना दबदबा लगातार बढ़ा रहा है। इस एयरपोर्ट के निर्माण से चीन की इस इलाके में परिवहन सेवाएं और बढ़ जाएंगी। यह दक्षिण एशिया के लिए चीन का वैश्विक लॉजिस्टिक हब बनेगा। इससे पहले चीन ने जून में ल्हासा से नियांगची के बीच पहली हाई स्पीड ट्रेन शुरू की थी। तिब्बत का नियांगची शहर अरूणाचल प्रदेश से लगा हुआ है।
 
 
ल्हासा-नियांगची बुलेट ट्रेन का इस्तेमाल इसी महीने की शुरुआत में चीन अपने पहले सैन्य मिशन के लिए कर चुका है। इससे चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की तिब्बत सैन्य कमान से संबद्ध एक संयुक्त हथियार ब्रिगेड के नए रंगरूटों को एक अभ्यास क्षेत्र में ले जाया गया है, जो इसके महत्व को दर्शाता है। चीनी सेना सीमावर्ती क्षेत्रों में सैनिकों और हथियारों को ले जाने में भी बुलेट ट्रेन का इस्तेमाल करती है।
 
 

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Tanuja

Recommended News

Related News