पीएम के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मना रहे सेवा पखवाड़ा

punjabkesari.in Sunday, Sep 25, 2022 - 05:22 PM (IST)

चण्डीगढ, 25 सितंबर- (अर्चना सेठी) आजादी अमृत महोत्सव की श्रृंखला में प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे सेवा पखवाड़े के तहत रेवाड़ी जिला में विभिन्न सेवा कार्यक्रमों का आयोजन कर आमजन को सार्थक संदेश दिया गया। बावल विधानसभा क्षेत्र के गांव पनवाड़ में सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल ने रविवार को प्रधानमंत्री के मन की बात सुनने के साथ ही पर्यावरण व जल संरक्षण का संदेश दिया।सहकारिता मंत्री कहा कि अब प्रधानमंत्री-2047 विजन पर सकारात्मक कदम उठा रहे हैं और उन्हें पूर्ण विश्वास है कि जनसेवा को समर्पित होकर देश आजादी की स्वर्ण जयंती पर दुनिया में अपना वर्चस्व कायम करेगा। पर्यावरण की शुद्धता के लिए पेड़ लगाकर उनका संरक्षण करना और हर घर नल योजना में जल बचाने से हर व्यक्ति जल एवं पर्यावरण संरक्षण में भागीदार बनेगा। इसका मुख्य उद्देश्य हर नागरिक को बिना किसी भेदभाव के नल से शुद्व पेयजल व स्वच्छ पर्यावरण उपलब्ध करवाना है।

 

         सहकारिता मंत्री ने रविवार को पनवाड़ गांव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम के 93वें एपिसोड को ग्रामीणों व पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ सुना। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने शहीद भगत सिंह जी की जयंती से ठीक पहले चंडीगढ़ एयरपोर्ट का नाम शहीद भगत सिंह रखने का निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री मोदी के निर्णय का स्वागत करते हुए उनका आभार व्यक्त किया कि वे देश के लिए अपना जीवन न्योछावर करने वाले अमर शहीद के नाम से एयरपोर्ट का नाम रखना उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।

 

         सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल ने कहा कि जिला में पिछले करीब तीन दिन में हुई भारी बरसात के कारण किसानों की बाजरे की फसल का जो नुकसान हुआ है उसकी विशेष गिरदावरी कराई जाएगी। इसके लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार हर विपरीत परिस्थितियों में आमजन व किसानों के साथ है, किसान को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।

  

       सहकारिता मंत्री ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार किसानों के हितों को सुरक्षित रखने के लिए प्रभावी कदम उठा रही है। किसानों को किसी भी प्रकार से असुविधा न हो इसके लिए हर स्तर पर किसान हितैषी कल्याणकारी योजनाओं को लागू कर लाभान्वित किया जा रहा है। किसान परंपरागत कृषि के साथ-साथ औषधीय पौधों की खेती, पशुपालन, डेयरी व्यवसाय, मत्स्य पालन जैसे व्यवसाय अपनाकर अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत कर सकते हैं।


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News Editor

Archna Sethi

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