दुनिया में तहलका मचाएंगे भारत के ये 3 बैंक, इस शख्स ने कर दी भविष्यवाणी

punjabkesari.in Friday, Nov 07, 2025 - 11:32 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के चेयरमैन सी. एस. शेट्टी ने शुक्रवार को बड़ा बयान देते हुए कहा कि आने वाले वर्षों में भारत के बैंकिंग सेक्टर की ताकत दुनिया भर में महसूस की जाएगी। उनका कहना है कि 2030 तक एसबीआई और दो निजी क्षेत्र के बैंक बाजार पूंजीकरण (Market Capitalization) के लिहाज से दुनिया के शीर्ष-10 बैंकों में शामिल हो जाएंगे।

शेट्टी ने कहा, “एसबीआई का मार्केट कैप 100 अरब डॉलर को पार कर चुका है, और हमारे दो निजी बैंकों का मूल्यांकन भी काफी ऊंचा है। मेरा मानना है कि आने वाले समय में ये तीनों बैंक मिलकर वैश्विक रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल करेंगे।” हालांकि उन्होंने उन दो निजी बैंकों के नाम उजागर नहीं किए।

HDFC और ICICI बैंक की मजबूत स्थिति

फिलहाल निजी क्षेत्र का एचडीएफसी बैंक ₹15.11 लाख करोड़ के बाजार मूल्यांकन के साथ देश का सबसे मूल्यवान बैंक है, जबकि आईसीआईसीआई बैंक ₹9.59 लाख करोड़ के मार्केट कैप के साथ दूसरे स्थान पर है। वहीं, एसबीआई का बाजार पूंजीकरण ₹8.82 लाख करोड़ के पार पहुंच चुका है। संपत्तियों के हिसाब से एसबीआई भारत का सबसे बड़ा बैंक है और वैश्विक स्तर पर 43वें स्थान पर आता है। शेट्टी ने याद दिलाया कि बैंक ने पहले ही 2030 तक टॉप-10 वैश्विक बैंकों में शामिल होने का लक्ष्य तय कर रखा है।

भारत को चाहिए विश्वस्तरीय बैंक: सरकार का भी विज़न

एसबीआई चेयरमैन का यह बयान ऐसे समय आया है जब केंद्र सरकार बैंकों के विलय और आकार बढ़ाने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में कहा था कि “भारत को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए कुछ बड़े और विश्वस्तरीय बैंकों की जरूरत है।”

पूंजी बफर और तकनीकी मजबूती पर फोकस

शेट्टी ने बताया कि बैंक द्वारा हाल में शुरू की गई ₹25,000 करोड़ की पूंजी जुटाने की प्रक्रिया का उद्देश्य केवल वृद्धि नहीं, बल्कि यह भरोसा देना है कि एसबीआई की पूंजी स्थिति बेहद मजबूत है। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य साल के अंत तक पूंजी पर्याप्तता अनुपात (Capital Adequacy Ratio) को 15% से अधिक और टियर-1 पूंजी स्तर को 12% से ऊपर बनाए रखना है।”

शेट्टी ने यह भी बताया कि इंजीनियरिंग स्नातकों में एसबीआई की नौकरियों के प्रति बढ़ती रुचि ने बैंक को तकनीकी अनुकूलन और नई प्रतिभाओं को तेजी से शामिल करने में मदद की है- जिससे एसबीआई आने वाले दशक में वैश्विक बैंकिंग जगत में अपनी मजबूत पहचान बना सकेगा।


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News Editor

Parveen Kumar

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