Auto Sector में जबरदस्त उछाल! 42 दिनों में 52 लाख यूनिट बिकीं, अक्टूबर में सेल ऑल-टाइम हाई पर पहुंची
punjabkesari.in Saturday, Nov 08, 2025 - 03:30 PM (IST)
नई दिल्ली: देश के ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए इस बार का त्योहारी सीजन ऐतिहासिक रहा। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, 42 दिनों के फेस्टिव पीरियड में ऑटो रिटेल सेल में 21 प्रतिशत की जबरदस्त बढ़त दर्ज की गई। कुल मिलाकर इस अवधि में 52.38 लाख वाहन बिके, जबकि पिछले साल इसी समय यह संख्या 43.25 लाख थी। यह अब तक के सबसे मजबूत त्योहारी बिक्री आंकड़ों में से एक है।
सभी सेगमेंट में रिकॉर्ड रजिस्ट्रेशन
FADA अध्यक्ष सी.एस. विग्नेश्वर ने कहा कि 2025 का त्योहारी सीजन भारतीय ऑटो रिटेल इतिहास में “मील का पत्थर” साबित हुआ है। उनके मुताबिक, इस दौरान सभी कैटेगरी—कार, बाइक, तिपहिया और कमर्शियल वाहनों - में उल्लेखनीय उछाल दर्ज किया गया। यात्री वाहनों (Passenger Vehicles) की रजिस्ट्रेशन संख्या 6.21 लाख से बढ़कर 7.66 लाख यूनिट हो गई, यानी लगभग 23% की बढ़ोतरी।
विग्नेश्वर ने बताया कि GST 2.0 सुधारों के चलते कई मॉडलों की कीमतों में कमी आई, जिससे मध्यम वर्ग की खरीद क्षमता बढ़ी और छोटे सेगमेंट की कारों की बिक्री में जोरदार वृद्धि हुई।
दोपहिया वाहनों ने बाजार में मारी बाजी
दोपहिया वाहनों की बिक्री में 22 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। इस साल कुल 40.52 लाख टू-व्हीलर बिके, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 33.27 लाख था।
ग्रामीण बाजारों में बेहतर आय, तरलता और कर दरों में राहत के कारण बाइक और स्कूटर की मांग में जबरदस्त उछाल आया। साथ ही, इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों (EVs) में भी लोगों की दिलचस्पी तेजी से बढ़ती दिखी।
तिपहिया और कमर्शियल वाहनों की सेल भी बढ़ी
रिपोर्ट के मुताबिक, इस अवधि में तिपहिया वाहनों की बिक्री में 9% और कमर्शियल वाहनों की बिक्री में 15% की वृद्धि दर्ज की गई। डीलरों का कहना है कि यह पिछले कई वर्षों का सबसे अच्छा त्योहारी सीजन रहा।
अक्टूबर में सर्वकालिक उच्च बिक्री
अक्टूबर 2025 का महीना भी उद्योग के लिए रिकॉर्ड-ब्रेकिंग रहा। उस महीने ऑटो रिटेल बिक्री 41 प्रतिशत बढ़कर 40.23 लाख यूनिट तक पहुंच गई।
यात्री वाहनों की बिक्री 11% बढ़कर 5.57 लाख यूनिट रही।
दोपहिया वाहनों की बिक्री में 52% की उछाल के साथ 31.49 लाख यूनिट बिकीं।
तिपहिया वाहनों की बिक्री 1.29 लाख यूनिट पर पहुंची, जबकि
कमर्शियल वाहनों में 18% की वृद्धि दर्ज की गई।
GST 2.0 ने बनाया नए उपभोक्ता विश्वास का माहौल
विग्नेश्वर ने कहा कि GST 2.0 सुधारों का असर केवल कर ढांचे पर नहीं बल्कि उपभोक्ता भावना और अर्थव्यवस्था की गति पर भी पड़ा है। उनके अनुसार, कम टैक्स दरों ने वाहनों की कीमतें घटाईं, जिससे स्वामित्व की लागत में कमी आई और खरीदारी का आधार बढ़ा।
