Dharmendra Asthi Visarjan: पिता धर्मेंद्र की अस्थियां विसर्जित पर नहीं आए बॉबी देओल, आखिर क्या थी इसके पीछे की वजह?
punjabkesari.in Thursday, Dec 04, 2025 - 01:50 PM (IST)
नेशनल डेस्क: बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का निधन 24 नवंबर को हुआ था। एक्टर के निधन के बाद से ही उनके परिवार और फैंस में दुख का माहौल बना हुआ है। 27 नवंबर को प्रेयर मीट के बाद सभी की निगाहें अस्थि विसर्जन पर टिकी थीं। 3 दिसंबर को उनके पार्थिव शरीर की अस्थियों को उत्तराखंड के हरिद्वार में पवित्र गंगा नदी में विसर्जित किया गया।
इस दौरान अस्थि विसर्जन की सारी रस्में जो सामान्य तौर पर बड़े बेटे सनी देओल को पूरी करनी चाहिए थी, वह उनके बेटे और धर्मेंद्र के पोते करण देओल ने निभाई। अब इसके पीछे की बड़ी वजह सामने आई है।
भीड़ के डर से सनी देओल ने छोड़ा विसर्जन
धर्मेंद्र के पारिवारिक पुरोहित पंडित संदीप पाराशर श्रोत्रिय ने इस बारे में अहम जानकारी दी। उन्होंने बताया कि धर्मेंद्र की अस्थि विसर्जन की रस्म को पूरी तरह से निजी रखा गया था ताकि परिवार को शांति मिल सके। पुरोहित जी के अनुसार सनी देओल ही अपने पिता की अस्थियों का विसर्जन करना चाहते थे, लेकिन उन्हें डर था कि उनके हर की पौड़ी पर आने से भारी भीड़ जमा हो सकती है, जिससे इस भावुक और निजी रस्म में परेशानी आती। इसी कारण सनी देओल ने यह भावुक ज़िम्मेदारी अपने बेटे करण देओल को सौंपी, जिन्होंने पूरी विधि-विधान से यह रस्म पूरी की।
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VIDEO | Actor Dharmendra's ashes immersed in Ganga in Haridwar: Priest.
— Press Trust of India (@PTI_News) December 3, 2025
The family of veteran actor Dharmendra immersed his ashes in the Ganga at Har Ki Pauri in Haridwar on Wednesday, the family's priest said.
The immersion took place at Har Ki Pauri after the pre-ritual… pic.twitter.com/yWt2qwYM05
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निजी कार्यक्रम में पोते ने पूरी की जिम्मेदारी
पुरोहित ने बताया कि अस्थि विसर्जन से पहले सभी कर्मकांड एक निजी होटल में संपन्न किए गए। इसके बाद अभिनेता करण देओल अपने परिवार के कुछ सदस्यों के साथ दोपहिया वाहन से हर की पौड़ी पहुंचे और वहीं पर विसर्जन की विधि पूरी की। सनी और बॉबी देओल परिजनों के साथ मंगलवार को ही हरिद्वार पहुंच गए थे। यह पूरा कार्यक्रम उसी दिन होना था, लेकिन परिवार के एक सदस्य के न पहुंच पाने के कारण विसर्जन मंगलवार की जगह बुधवार (3 दिसंबर) को किया गया।
हेमा मालिनी और ईशा भी रहीं गैरमौजूद
पुरोहित ने यह भी साफ किया कि अस्थि विसर्जन के इस कर्म के दौरान धर्मेंद्र की पत्नी हेमा मालिनी और उनकी तरफ से परिवार का कोई भी सदस्य मौजूद नहीं था। बता दें कि मुंबई में हुए अंतिम संस्कार के दौरान ईशा देओल मौजूद थीं, लेकिन वे अंतिम संस्कार की विधि पूरी होने के तुरंत बाद शमशान घाट से निकल गई थीं। हेमा मालिनी और ईशा देओल, दोनों ही धर्मेंद्र की प्रेयर मीट में भी शामिल नहीं हुई थीं।
