भाजपा ने निचले तबके से आने वाली दो महिलाओं को दिया टिकट, बंगाल में हो रही चर्चा

punjabkesari.in Wednesday, Mar 24, 2021 - 10:17 PM (IST)

नेशनल डेस्कः भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ऐसे तो कई बंगाली अभिनाताओं और अभिनेत्रियों को टिकट दिया है। यही नहीं दूसरे दलों से आने वाले नेताओं को भी भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है। लेकिन भाजपा ने चुनाव में कुछ ऐसे भी लोगों को उम्मीदवार बनाया है, जो बेहद निचले तबके से आते हैं। जिनकी रोजी रोटी दूसरों के घर काम करने से चलती है, जो बहुत गरीबी में अपने परिवार का गुजर-बसर कर रहे हैं। ऐसी ही एक महिला का नाम है कलिता मांझी, जिसे भजापा ने पश्चिम बंगाल से आउसग्राम विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कलिता मांझी को राजनीति में एक मिसाल बताया है।
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कलिता मांझी को यह खबर जब लोगों से पता तो मांझी ने कहा कि उन्होंने सोचा नहीं था कि उन्हें यह अवसर मिलेगा। वह कहती हैं कि यह सिर्फ भाजपा में ही संभव है, जहां एक छोटे से कार्यकर्ता को भी सम्मान दिया जाता है। कलिता मांझी ने कहा कि अब मैं चुनाव पर ध्यान केंद्रित कर रही हूं और मुझे टिकट देने के साथ विजयी होने का आशीर्वाद भी प्रदान किया गया है। मैं पूरी कोशिश करूंगी कि क्षेत्र की जनता से मिलकर अपने लिए वोट का आग्रह कर सकूं। कलिता माझी बहुत ही करीब परिवार से आती हैं और उनकी व्यक्तिगत संपत्ति में सिर्फ 6 साड़ी और 5000 रुपए शामिल हैं। अनुसूचित जाती से संबंध रखने वाली कलिता माझी अपने परिवार के साथ एक टूटी झोंपड़ी में रहती हैं।

मनरेगा मजदूर को दिया टिकट
पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी ने बांकुरा जिले की सल्तोरा विधानसभा सीट से एक ऐसी महिला प्रत्याशी को उतारा है जिनका नाम भी काफी चर्चा में है। महिला का नाम चंदना बाउरी है और उनके पति एक दिहाड़ी मजदूर हैं जो रोजाना सिर्फ 400 रुपए कमा पाते हैं। चंदना बाउरी ने सल्तोरा सीट से अपना नामांकन भरते समय चुनाव आयोग को जो शपथपत्र दिया है उसके अनुसार उसके खुद के बैंक खाते में सिर्फ 6335 रुपए हैं जबकि उनके पति के खाते में महज 1561 रुपए जमा हैं।
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चंदना बाउरी के शपथपत्र के अनुसार उनकी कुल अचल संपत्ति 31985 रुपए है जबकि उनके पति श्रबण की कुल अचल संपत्ति 30311 रुपए है। भाजपा प्रत्याशी चंदना या उनके पति किसी तरह की कृषि जमीन के मालिक नहीं हैं और दिहाड़ी मजदूरी करके अपना परिवार चलाते हैं। जब चंदना के पति मजदूरी के लिए जाते हैं तो वह भी अपने पति के साथ हाथ बंटाती हैं। हालांकि चंदना अपनी पति से ज्यादा पढ़ी हुई है, उनके पति सिर्फ आठवीं पास हैं जबकि चंदना खुद 12वीं तक पढ़ी है। अन्य संपत्ति के नाम पर उनके पास 3 बकरी, 3 गाय और एक झोंपड़ी है। दोनों पति पत्नी मनरेगा कार्ड होल्डर भी हैं।

 

 


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Content Writer

Yaspal

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