'हम दोषी नहीं, फिर क्यों मिल रही सजा ?', पाकिस्तानी महिला का बयान
punjabkesari.in Wednesday, Apr 30, 2025 - 04:02 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए देश में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिए हैं। इसके साथ ही इन नागरिकों को भारत छोड़ने का आदेश दिया है। प्रशासन के इस फैसले के बाद बड़ी संख्या में पाकिस्तानी मूल के लोग अटारी बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान लौट रहे हैं।
"हमें अचानक जाने को कहा गया"
पाकिस्तानी नागरिक मुफज़ला ने ANI से बातचीत में बताया कि, “मैं मूल रूप से मुजफ्फराबाद की रहने वाली हूं। मेरी शादी बारामूला में हुई थी और मैं छह साल पहले सऊदी अरब से यहां आई थी। मेरे दोनों बच्चे यहीं पैदा हुए हैं, मेरी एक बच्ची अभी सिर्फ 40-50 दिन की है। परसों रात अचानक हमें देश छोड़ने को कहा गया।” मुफज़ला ने बताया कि वह लॉन्ग टर्म वीजा पर कानूनी तरीके से भारत में रह रही थीं और पिछले तीन सालों से वीजा के स्थायीकरण के लिए आवेदन कर रही थीं, लेकिन उनकी फाइल कभी भी स्वीकृत नहीं की गई। उन्होंने कहा कि हम हर साल वेरिफिकेशन करवा रहे थे और उम्मीद लगाए बैठे थे कि एक दिन हमें मंजूरी मिल जाएगी।
#WATCH | Attari, Punjab: Mufzala, a Pakistani national returning to Pakistan via Attari Border, says, "I am from Muzaffarabad and I got married in Baramulla 6 years ago. Both my kids were born here. We were staying here legally through a long-term Visa. We have been filing our… pic.twitter.com/C2yRTMxsiK
— ANI (@ANI) April 30, 2025
"हम दोषी नहीं, फिर क्यों सजा मिल रही है?"
मुफज़ला ने आतंकी हमला की निंदा करते हुए कहा कि, “इस हमले में निर्दोष लोगों की जान गई है और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए, लेकिन हमें क्यों सजा दी जा रही है? हम तो कानून का पालन कर रहे थे।”
चार दशक से रह रहे गुलाम मसूद का छलका दर्द
72 वर्षीय गुलाम मसूद, जो पिछले 40 वर्षों से भारत में रह रहे हैं, ने ANI से बताया कि, “28 अप्रैल की रात 12 बजे हमारे घर पुलिस आई। उन्होंने कहा कि मेरी पत्नी और बहू मुजफ्फराबाद की रहने वाली हैं, इसलिए उन्हें वापस जाना होगा।” मसूद ने कहा कि वह लंबे समय से वीजा पर रह रहे हैं और सरकार से इंसाफ की मांग करते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी पत्नी की उम्र 70 साल है।
अटारी बॉर्डर से वापसी जारी
सरकार के आदेश के बाद इन सभी लोगों को अटारी बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान भेजा जा रहा है। इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे शामिल हैं। प्रशासन ने साफ किया है कि यह निर्णय सुरक्षा के मद्देनज़र लिया गया है और वीजा नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।