‘अग्निपथ योजना'' के बचाव में भाजपा ने शीर्ष नेताओं को उतारा

punjabkesari.in Saturday, Jun 18, 2022 - 12:32 AM (IST)

नई दिल्लीः रक्षा सेवाओं में भर्ती की ‘अग्निपथ योजना' के खिलाफ देश के विभिन्न हिस्सों में हो विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने वरिष्ठ नेताओं को शुक्रवार को इस योजना के समर्थन में मैदान में उतारा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तो इसे देश सेवा का ‘‘सुनहरा अवसर'' करार दिया। भाजपा नेताओं ने रक्षा सेवाओं में भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ योजना' में शामिल होने की अधिकतम उम्र सीमा बढ़ाने के केंद्र सरकार के फैसले की भी जमकर सराहना की और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया।

रक्षा मंत्री ने ‘‘अग्निपथ योजना'' का विरोध कर रहे युवाओं की चिंताओं को दूर करने के प्रयास के तहत शुक्रवार को कहा कि यह नई योजना भारत के युवाओं को देश की रक्षा व्यवस्था से जुड़ने और देश सेवा करने का सुनहरा अवसर देती है। उन्होंने कहा कि कुछ ही दिनों में सेना की भर्ती प्रक्रिया आरंभ होने वाली है। उन्होंने विरोध प्रदर्शन कर रहे युवाओं से अपील की कि वे इसकी तैयारी में जुट जाएं।

अग्निपथ योजना के खिलाफ देश के विभिन्न हिस्सों में पिछले दो दिनों से जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच राजनाथ ने सिलसिलेवार ट्वीट कर युवाओं की चिंताएं दूर करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत भर्ती की अधिकतम आयु सीमा को 21 साल से 23 साल करने से बहुत सारे युवाओं को सेना में नौकरी करने का अवसर मिल सकेगा।

‘‘अग्निपथ'' योजना के खिलाफ बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश, बिहार सहित कई राज्यों में ट्रेनों में आगजनी, सार्वजनिक और पुलिस के वाहनों को आग लगाने की घटनाएं सामने आई थीं। सिंह ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार द्वारा घोषित की गई ‘अग्निपथ योजना' भारत के युवाओं को देश की रक्षा व्यवस्था से जुड़ने और देश सेवा करने का सुनहरा अवसर देती है। पिछले दो वर्षों से सेना में भर्ती नहीं होने के कारण बहुत से युवाओं को सेना में भर्ती होने का अवसर नहीं मिल सका था।'' भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने अधिकतम उम्र सीमा बढ़ाने के केंद्र सरकार के फैसले की सराहना करते हुए शुक्रवार को कहा कि यह निर्णय साबित करता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी युवाओं की चिंताओं से वाकिफ हैं।

उल्लेखनीय है कि ‘अग्निपथ योजना' के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों और इस दौरान रेलगाड़ियों में आगजनी, सार्वजनिक और पुलिस वाहनों में आग लगाए जाने की घटनाओं के बीच सरकार ने बृहस्पतिवार को वर्ष 2022 के लिए इस प्रक्रिया के तहत भर्ती की उम्र पूर्व में घोषित 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दी थी। नड्डा ने ट्वीट में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'अग्निपथ योजना' के अंतर्गत भाग लेने वाले युवाओं की आयु सीमा को अब 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष करने का निर्णय लिया है। यह फैसला साबित करता है कि प्रधानमंत्री जी देश के युवाओं की चिंता से अच्छी तरह अवगत हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘साथ ही प्रधानमंत्री उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए भी प्रयासरत हैं। इस निर्णय के लिए प्रधानमंत्री मोदी का अभिनंदन!''

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘सरकार की मंशा बिल्कुल साफ है, सरकार संवेदनशील है, कुछ दिनों में नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, आप सभी से निवेदन है कि तैयारी शुरू कर दें।'' सरकार के फैसले की सराहना करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि इससे युवाओं को देश के प्रति साहस व समर्पण की प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे अग्निवीर भारत माता की सेवा को समर्पित होंगे और वे देश के लिए अमूल्य निधि साबित होंगे।''

केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें वह अपने संसदीय क्षेत्र हमीरपुर में कुछ युवाओं से संवाद करते दिख रहे हैं। उन्होंने इसके साथ ही ट्वीट किया, ‘‘देश की रक्षा-सुरक्षा में भारतीय सेना का योगदान अतुलनीय है। भारत सरकार की अग्निवीर योजना हमारे युवाओं को सेना के माध्यम से देशसेवा करने व उन्हें रोज़गार-कौशल के अवसर उपलब्ध कराने का अभिनव प्रयास है। अपने संसदीय क्षेत्र में सैन्य सेवा अभ्यर्थियों की अग्निवीर से जुड़ी शंकाओं का निराकरण किया व इस योजना के पीछे भारत सरकार की दूरदर्शिता से उन्हें अवगत कराया।'' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी युवाओं के हितों के प्रति अतिसंवेदनशील हैं।

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, ‘‘कुछ लोग इस योजना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। मुझे लगता है कि वे इसे समझेंगे और उसे स्वीकार करेंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘सेना में चार साल की सेवा के बाद एक युवा का जीवन अनुशासन से परिपूर्ण होगा।'' शेखावत ने कहा कि इस योजना में कोरोना काल की क्षतिपूर्ति भी है क्योंकि कोरोना के प्रकोप ने सेना भर्ती की प्रक्रिया को दो वर्षों तक बाधित किया इसलिए “अग्निपथ योजना” के पहले वर्ष में अधिकतम आयु सीमा को 21 साल से बढ़ाकर 23 साल किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘इस फैसले से रक्षा सेवा में जाने को इच्छुक युवाओं के सपनों को पंख मिलेंगे। युवा न रुकेगा, न झुकेगा!''

सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में आमूलचूल परिवर्तन करते हुए सेना के तीनों अंगों में सैनिकों की भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ' योजना की मंगलवार को घोषणा की थी, जिसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी। योजना के तहत सेना के तीनों अंगों में इस साल करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे। चयन के लिए पहले पात्रता आयु साढ़े सत्रह वर्ष से 21 वर्ष के बीच तय की गई थी। बाद में अधिकतम आयुसीमा 23 वर्ष कर दी गई। भर्ती के बाद सेना में शामिल युवाओं को ‘अग्निवीर' नाम दिया जाएगा।


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Content Writer

Yaspal

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