29 नक्सलियों की मौत से बौखलाए आतंकी, भाजपा नेता की कर दी हत्या

punjabkesari.in Wednesday, Apr 17, 2024 - 04:11 PM (IST)

बस्तर : छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में नक्सलियों के खिलाफ हुई अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई के बाद नारायणपुर में मंगलवार रात नक्सलियों ने कायराना करतूत को अंजाम दिया है। राज्य में बस्तर सीट पर लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से ठीक दो दिन पहले नक्सलियों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता एवं उप सरपंच पंचम दास की कल देर रात कुल्हाड़ी से हमला कर हत्या कर दी है। अपने 29 साथी के मौत से नक्सलियों में भारी बौखलाहट देखने को मिल रही है जिसके चलते उन्हें इस वारदात को अंजाम दिया है।


कुल्हाड़ी से हमला कर की हत्या

नारायणपुर जिले के पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने आज बताया कि यह वारदात स्थानीय नक्सलियों ने नहीं की है बल्कि बाहर से आये हुए नक्सलियों न ही है। पिछले कई दिनों से पीड़ति दास नक्सलियों के निशाने पर थे। नक्सली उन्हें पहले भी जान से मारने की धमकी दे चुके थे। कल देर रात सादे कपड़ों में कुछ नक्सली उनके घर पहुंच गए। उन्होंने बताया कि नक्सलियों ने पहले घर का दरवाजा तोड़ा। फिर अंदर घुसकर दास पर कुल्हाड़ी से हमला कर उनकी हत्या कर दी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दास के हत्या की नक्सल संगठन की पूर्व बस्तर डिवीजन कमेटी ने जिम्मेदारी ली है। 

पुलिस का मुखबिरी बनने का आरोप लगाते थे नक्सली

नक्सलियों ने पर्चे में मृतक भाजपा नेता पर भ्रष्टाचार के साथ पुलिस के लिए मुखबिरी करने का आरोप लगाया है। साथ ही माओवादी ने बताया गया कि उप सरपंच उनकी बात नहीं मान रहा था। इसलिए उसकी हत्या कर दी। फिलहाल पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमाटर्म के लिए भेज दिया। इस वारदात के बाद पुलिस बल, डीआरजी, आईटीबीपी की टीम जांच में जुट गई है। नारायणपुर के भाजपा नेता और उपसरपंच दास मानिकपुरी जिले के दंडवन गांव के रहने वाले थे। लंबे समय से भाजपा के कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे थे। वर्तमान में संगठन ने इन्हें शक्ति केंद्र सह प्रभारी का जिम्मा दिया था। 

भाजपा नेता की हत्या पर छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि नक्सलियों ने कायराना ढंग से दास की हत्या की है। इसके पहले भी निरन्तर हत्याएं हो रही है। उन्होंने कहा कि अगर आपके हाथ में बंदूक है तो आप किसी को भी मार देंगे। गृह मंत्री ने कहा कि सरकार नक्सलियों से संगठन, गुट या किसी भी माध्यम से बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। 


 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

News Editor

Rahul Singh

Recommended News

Related News