बिट्स पिलानी के छात्रों ने किया कमाल, रडार से बचने वाला बनाया हाईटेक ड्रोन, भारतीय सेना ने दिया ऑर्डर
punjabkesari.in Tuesday, Jul 22, 2025 - 04:21 PM (IST)

नेशनल डेस्क: देश के युवाओं में यदि कुछ कर गुजरने का जज़्बा हो, तो कम संसाधनों में भी बड़ा कमाल किया जा सकता है। बिट्स पिलानी (हैदराबाद कैंपस) के दो छात्रों ने यह साबित कर दिखाया है। अजमेर (राजस्थान) के रहने वाले जयंत खत्री और कोलकाता के शौर्य चौधरी ने ऐसा ड्रोन तैयार किया है जो रडार की पकड़ में आए बिना बम गिराने की क्षमता रखता है। यही नहीं, यह ड्रोन 300 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है – और सबसे खास बात यह है कि इसे हॉस्टल के कमरे में तैयार किया गया है।
हॉस्टल से इनोवेशन ने भरी उड़ान
जयंत (20) मैकेनिकल इंजीनियरिंग और शौर्य इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्र हैं। दोनों ने अपने हॉस्टल के कमरे को ही लैब बना लिया और वहीं से इस खास ड्रोन पर काम शुरू किया। कुछ बेसिक पार्ट्स को जोड़कर उन्होंने शुरुआती ट्रायल किए। ड्रोन की सफलता के बाद उन्होंने Apollyon Dynamics नाम से एक स्टार्टअप भी शुरू किया।इस ड्रोन को भारतीय मौसम और भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है, जिससे सेना के लिए इसका इस्तेमाल आसान हो सके।
आर्मी से यूं जुड़ी बात
जयंत बताते हैं कि उन्होंने LinkedIn और अन्य प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से भारतीय सेना से जुड़े अधिकारियों को ईमेल भेजकर अपने प्रोजेक्ट की जानकारी दी। सौभाग्य से सेना के एक कर्नल ने जवाब दिया और दोनों छात्रों को चंडीगढ़ बुलाकर ड्रोन का डेमो देने का मौका मिला।
डेमो के दौरान दोनों छात्रों ने अपने वर्किंग ड्रोन से बम गिराने का लाइव प्रदर्शन किया। इसके बाद अलग-अलग रेजीमेंट्स और विभिन्न मौसम व इलाकों में भी टेस्टिंग की गई। अंततः ड्रोन को भारतीय सेना ने सराहा और इसका ऑर्डर भी दिया। यह ड्रोन एक किलोग्राम से अधिक वजन का पेलोड बेहद सटीकता से गिराने में सक्षम है और खास तकनीक की वजह से यह रडार से भी डिटेक्ट नहीं होता।
टीम में अब और युवा जुड़ रहे
सेना से ऑर्डर मिलने के बाद जयंत और शौर्य की टीम में अब छह और सेकेंड ईयर स्टूडेंट्स शामिल हो चुके हैं। उनका अगला लक्ष्य फिक्स्ड विंग ड्रोन और वर्टिकल टेक-ऑफ एवं लैंडिंग (VTOL) सिस्टम वाले एडवांस ड्रोन तैयार करना है।