सिसोदिया से पहले AAP के इन नेताओं को भी गंवानी पड़ी कुर्सी, लगे थे यह आरोप

punjabkesari.in Friday, Mar 10, 2023 - 07:32 PM (IST)

नेशनल डेस्कः साल 2013 में अन्ना आंदोलन से निकली आम आदमी पार्टी इन दिनों अपने सबसे खराब दौर से गुजर रही है। AAP के दो नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री रहे मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद हैं। AAP में नंबर दो की हैसियत रखने वाले मनीष सिसोदिया पर ईडी, सीबीआई का लगातार शिकंजा कसता जा रहा है। ऐसा पहली बार नहीं है कि आम आदमी पार्टी के किसी नेता पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हों और उन्हें अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी हो। इससे पहले भी AAP के कई नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे और उन्हें मंत्रीपद से इस्तीफा देना पड़ा था।

पहली बार 2014 में AAP ने लड़ा दिल्ली में चुनाव
आम आदमी पार्टी ने साल 2014 में पहली बार दिल्ली में चुनाव लड़ा और 70 विधानसभा सीटों में से 28 सीट पर जीत हासिल की। दिल्ली में तब किसी भी पार्टी को बहुमत हासिल नहीं हुआ था। ऐसे में कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को बिना किसी शर्त के बाहर से AAP को समर्थन दिया और अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बने। 49 दिन की सरकार चलने के बाद केजरीवाल ने पद से इस्तीफा दे दिया और साल 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 70 में से 67 सीटों पर जीत हासिल की। केजरीवाल के दूसरे और फिर मौजूदा कार्यकाल में कई मंत्रियों पर भ्रष्ट्राचार के आरोप लगे और उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा।

आइए जानते हैं कौन हैं वो नेता
साल 2015 में दिल्ली के कानून मंत्री जितेंद्र तोमर पर फर्जी डिग्री के आरोप लगे। तब आदमी पार्टी ने जितेंद्र तोमर पर लगे आरोपों को झूठा करार दिया। खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कई मौकों पर कहा कि मैंने उनके सारे कागज चेक किए हैं। मुझे उसमें कुछ फर्जी नहीं लगा। लेकिन जून 2015 में फर्जी डिग्री विवाद में जितेंद्र तोमर को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बाद में काफी फजीहत होने के बाद उन्हें अपने मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

AAP के एक और नेता संदीप सिंह का नाम राशनकार्ड घोटाले में सामने आया। आम आदमी पार्टी ने उनके बचाव में जमकर बैटिंग की। लेकिन राशन घोटाले के बाद ही उनका एक सैक्स स्कैंडल का वीडियो सामने आ गया। जिसमें वह एक महिला के साथ आपत्तिजनक हालात में पाए गए। आम आदमी पार्टी को उन्हें पार्टी से बर्खास्त करना पड़ा।

आप नेता सोमनाथ भारती को अरविंद केजरीवाल ने जितेंद्र तोमर फर्जी डिग्री विवाद के बाद कानून मंत्री का जिम्मा सौंपा। कानून मंत्री बनते ही पत्नी ने सोमनाथ भारती पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए। सोमनाथ भारती की पत्नी ने कहा था कि वह अपने कुत्तों से उन्हें कटवाते हैं। मारपीट करते हैं। लेकिन तत्कालीन मंत्री सोमनाथ भारती ने सभी आरोपों को झूठा करार दिया। लेकिन जब मामला अदालत में पहुंचा तो सोमनाथ भारती को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा।

फरवरी 2020 में हुए दिल्ली दंगों में AAP पार्षद ताहिर हुसैन का नाम सामने आया था। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दंगे हुए थे जिसमें कई दर्जनों लोगों की जान चली गई थी। ताहिर हुसैन पर दंगे भड़काने और उनकी फंडिंग के आरोप के साथ ही अन्य कई आरोप हैं। दंगों के वक्त ताहिर हुसैन आम आदमी पार्टी के पार्षद थे लेकिन आरोपी साबित होने पर पार्टी ने उन्हें निकाल दिया।

दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे हैं। पिछले साल मई में ईडी ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था। सत्येंद्र जैन पिछले 9 महीनों से जेल में बंद हैं। लेकिन उन्होंने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया था। वह स्वास्थ्य मंत्री के साथ-साथ जेल मंत्री भी थे। सत्येंद्र जैन पर हवाला के जरिए रुपयों की हेराफेरी के आरोप लगे हैं। इस साल फरवरी में उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।

पिछले महीने सीबीआई ने दिल्ली के शिक्षा मंत्री रहे मनीष सिसोदिया को गिरफ्ता किया है। सीबीआई ने दिल्ली शराब नीति मामले में यह कार्रवाई की है। 26 फरवरी को सीबीआई ने करीब 8 घंटे की कड़ी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया था। जेल जाते ही मनीष सिसोदिया ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। वह दिल्ली सरकार में नंबर दो के मंत्री थे। उनके पास शिक्षा, आबकारी समेत करीब 18 विभाग थे। सिसोदिया डिप्टी सीएम की पोस्ट पर काबिज थे। मनीष सिसोदिया तिहाड़ जेल में बंद हैं। उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई से पहले ही ईडी ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट ने शुक्रवार को उन्हें 7 दिन की रिमांड पर भेज दिया।


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Content Writer

Yaspal

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