ओडिशा में अधिकारी पर हमला करने के आरोप में BJP नेता जगन्नाथ प्रधान गिरफ्तार
punjabkesari.in Thursday, Jul 03, 2025 - 10:56 PM (IST)

भुवनेश्वर: एक बड़े राजनीतिक घटनाक्रम में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता जगन्नाथ प्रधान को गुरुवार शाम ओडिशा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी भुवनेश्वर नगर निगम (BMC) के अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर साहू पर हुए हमले के मामले में की गई है।
क्या है पूरा मामला?
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यह घटना सोमवार को हुई थी, जब कुछ लोग सार्वजनिक शिकायत सुनवाई के दौरान साहू के कार्यालय में जबरन घुस गए।
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उन्होंने साहू को बाहर घसीटकर लात-घूंसों से पीटा और सीढ़ियों से नीचे गिरा दिया।
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इस पूरे हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे लोगों और राजनीतिक दलों में भारी आक्रोश फैल गया।
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ओडिशा एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (OAS) एसोसिएशन ने जगन्नाथ प्रधान को मुख्य आरोपी बताते हुए उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की थी।
गिरफ्तारी कैसे हुई?
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जगन्नाथ प्रधान गुरुवार शाम स्वयं भुवनेश्वर के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (DCP) कार्यालय पहुंचे और जांच में सहयोग देने की बात कही।
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वहीं पर उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह इस मामले में छठी गिरफ्तारी है।
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गिरफ्तारी के बाद उन्हें Capital Hospital में स्वास्थ्य जांच के लिए ले जाया गया।
जगन्नाथ प्रधान ने क्या कहा?
DCP ऑफिस पहुंचने से पहले मीडिया से बात करते हुए जगन्नाथ प्रधान ने कहा: "अगर मेरी गिरफ्तारी से यह मामला सुलझता है, तो मैं पूरा सहयोग देने को तैयार हूं।"
उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया और इसे अपनी छवि को खराब करने की साजिश बताया।
अब तक कौन-कौन गिरफ्तार हुआ है?
इस मामले में पुलिस अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है:
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जगन्नाथ प्रधान (भाजपा नेता)
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जीवन राउत (बीजेपी पार्षद)
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रश्मि रंजन महापात्रा
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देबाशीष प्रधान
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सच्चिकांत स्वाइन
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संजीव मिश्रा
बीजेपी की स्थिति और राजनीतिक असर
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अब तक बीजेपी की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
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हालांकि, इससे पहले पार्टी ने हमले में शामिल 5 कार्यकर्ताओं को निलंबित किया था।
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जगन्नाथ प्रधान की गिरफ्तारी, जो एक जाने-माने नेता और 2024 में भुवनेश्वर (सेंट्रल) से विधानसभा उम्मीदवार रहे हैं, पार्टी के अंदरूनी समीकरणों और आगामी चुनावी रणनीति को प्रभावित कर सकती है।
आगे क्या?
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मेडिकल जांच के बाद प्रधान को कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां उनकी न्यायिक हिरासत या जमानत पर फैसला होगा।
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मामले की जांच तेजी से जारी है और लोगों की नजरें अब राज्य सरकार की अगली कार्रवाई और अदालत के फैसले पर टिकी हैं।