कैलाश खेर ने ''आप की अदालत'' में की PM Modi की तारीफ, कहा- मोदी जी बहुत प्यारे लगते हैं...

punjabkesari.in Sunday, Jun 29, 2025 - 03:14 PM (IST)

नेशनल डेस्क। अपनी दिल छू लेने वाली आवाज़ और देशभक्ति गीतों के लिए मशहूर लोकप्रिय गायक-गीतकार कैलाश खेर ने शनिवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की। रजत शर्मा के प्रतिष्ठित शो 'आप की अदालत' में अपनी उपस्थिति के दौरान खेर ने कहा, मोदी जी बहुत प्यारे लगते हैं। बहुत ही गहरी आत्मा है। हमारे सनातन धर्म, हमारे संतों, हमारे महापुरुष, हमारे पवित्र स्थानों और हमारे सांस्कृतिक संकेतों को पहले कभी इतना सम्मान नहीं मिला।


'ऑपरेशन सिंदूर' और भाजपा के दिल्ली गीत पर खुलकर बोले खेर

जब उनसे 'ऑपरेशन सिंदूर' के लिए उनके गाने के बारे में पूछा गया तो खेर ने दृढ़ता से जवाब दिया कि यह गीत भारत के सशस्त्र बलों के साहस और गौरव का जश्न मनाने के लिए बनाया गया था। उन्होंने कहा, मैंने भारतीयों के गौरव के लिए गाया, यह बताते हुए कि वह एक ऐसा क्षण था जब गाना सिर्फ़ एक कलात्मक विकल्प नहीं था बल्कि एक ज़रूरत थी।

2017 में पद्मश्री से सम्मानित खेर ने एक गीत भी लिखा था जिसे उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत के बाद बनाया था। इस पर उन्होंने कहा, ऐसे क्षण आते हैं जब अगर आप दिल्ली से ताल्लुक रखते हैं और आपने इसकी दुर्दशा देखी है तो आप गाना चाहेंगे। यह गीत मेरे दिल से निकला है और एक कलाकार का कर्तव्य है कि वह न केवल गाए बल्कि जागरूकता भी फैलाए।

मैंने अन्ना के लिए गाया, केजरीवाल के लिए नहीं

2011 में अपने संगीत समर्थन के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए खेर ने स्पष्ट किया कि कई लोगों का मानना ​​था कि उन्होंने अरविंद केजरीवाल की प्रशंसा में गाना गाया था लेकिन वास्तविकता इससे अलग थी। गायक ने स्पष्ट किया, नहीं मैंने उनकी (केजरीवाल की) प्रशंसा में गाना नहीं गाया। मैंने वह गाना अन्ना हजारे जी के लिए गाया था। मैं उस आदमी को जानता भी नहीं था जिसका आप नाम ले रहे हैं।

सभी राजनीतिक दलों के लिए गायन पर दिया स्पष्टीकरण

रजत शर्मा ने खेर से 2017 के उत्तर प्रदेश चुनावों में उनकी भागीदारी के बारे में भी पूछताछ की जहाँ उन्होंने साक्षात देवी के रूप में मायावती की प्रशंसा करते हुए गाने बनाए "धड़क धड़क अखिलेश" के साथ अखिलेश यादव का जश्न मनाया और राज्य को "गुंडा राज" से मुक्त करने के लिए योगी आदित्यनाथ की सराहना की।

इस पर हल्के-फुल्के लेकिन गंभीर जवाब में खेर ने कहा, "कांग्रेस का भी गया था सर। क्या बात है! चारों के गए थे।"

खेर ने बताया कि इन गीतों की रचना किसी राजनीतिक निष्ठा को ध्यान में रखकर नहीं की गई थी। उन्होंने कहा, "अपने करियर की शुरुआत में मैं हर मनुष्य में देवी और देवता को देखता था, उन्होंने आगे कहा कि उनकी संगीत यात्रा समय के साथ समझ और परिपक्वता के साथ विकसित हुई।

ये गीत अलग-अलग समय पर बनाए गए थे। हुआ यह कि वे सभी एक साथ रिलीज़ किए गए। यह अलग-अलग समय का प्रयोग था। खेर ने समझाया इसे अपने जीवन के विभिन्न चरणों में कलात्मक अभिव्यक्ति की प्रकृति का श्रेय देते हुए। यह बातचीत कैलाश खेर के आध्यात्मिक और कलात्मक दृष्टिकोण को दर्शाती है।


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Content Editor

Rohini Oberoi

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