बांग्लादेशी गृह मंत्री ने 1971 के मुक्ति संग्राम में भारत की भूमिका सराही, तीस्ता जल संधि को लेकर जताई उम्मीद

punjabkesari.in Thursday, Nov 24, 2022 - 03:19 PM (IST)

 इंटरनेशनल डेस्कः पिछले हफ्ते 'नो मनी फॉर टेरर' के मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में भाग लेने भारत आए बांग्लादेश के गृह मंत्री असदुज्जमां खान ने  एक विशेष साक्षात्कार में नई दिल्ली और ढाका के बीच संबंधों की सराहना की । उन्होंने कहा कि 1971 के मुक्ति संग्राम के दौरान अभूतपूर्व समर्थन दोनों देशों के बीच सौहार्द का मूल था।साक्षात्कार में खान ने कहा, “मुझे लगता है कि हमारे रिश्ते को साझा इतिहास, साझी विरासत, सांस्कृतिक संबंध के संदर्भ में देखा जाना चाहिए। 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान भारत द्वारा सैन्य सहायता प्रदान करना, 10 मिलियन शरणार्थियों को आश्रय प्रदान करना दोनों देशों के बीच सौहार्द का मूल था।"

 

इससे पहले असदुज्जमां खान ने बैठक से इतर गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। खान ने कहा तीस्ता के पानी को साझा करना बांग्लादेश की लंबे समय से मांग रही है क्योंकि नदी के पानी से लाखों लोगों की आजीविका जुड़ी हुई है।  2011 में भारत ने तीस्ता के पानी का 37.5 प्रतिशत हिस्सा साझा करने पर सहमति व्यक्त की लेकिन भारत में आंतरिक समस्याओं के कारण सौदा कभी नहीं हुआ। हमें उम्मीद है कि यह जल्द से जल्द ये मसला हल हो जाएगा क्योंकि तीस्ता जल का बंटवारा वर्तमान में भारत-बांग्लादेश संबंधों को बेहतर बनाने की कुंजी है।" .


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Content Writer

Tanuja

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