देह व्यापार के लिए दूध पीती बच्ची का सौदा, ''गंदे'' काम के लिए खरीदती थी मासूमों को

punjabkesari.in Saturday, Feb 08, 2025 - 04:24 PM (IST)

नेशनल डेस्क: मानव तस्करी की एक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक महिला ने दिल्ली से 1.50 लाख रुपए में दो महीने की एक बच्ची को खरीदा। पुलिस ने तस्करी के मामले में कार्रवाई करते हुए महिला को गिरफ्तार किया और बच्ची को बचा लिया। इस मामले में पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार महिला तस्करी के बड़े गिरोह से जुड़ी हुई है, जो लड़कियों को फर्जी दस्तावेजों के सहारे देह व्यापार के लिए बेचता है। महिला थाना पुलिस को 4 फरवरी को सूचना मिली थी कि शहर के राव साहब का वाडा गडरपुरा क्षेत्र में नीतू छारी नाम की महिला एक दुधमुही बच्ची के साथ मौजूद है। सूचना के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए महिला के घर पर छापेमारी की, जहां नीतू छारी और बच्ची को पाया गया। महिला ने बच्ची का नाम लाडो बताया, लेकिन बच्ची से जुड़े किसी भी दस्तावेज को दिखाने में वह विफल रही।

जांच में खुलासा, बच्ची को दिल्ली से खरीदी गई

पुलिस ने महिला से गहन पूछताछ की, तो उसने स्वीकार किया कि उसने बच्ची को दिल्ली से 1.50 लाख रुपए में खरीदा है। महिला ने बताया कि बच्ची का जन्म दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में हुआ था। इसके बाद पुलिस ने यह भी पता लगाया कि महिला के तार कई शहरों के देह व्यापार के गिरोह से जुड़े हुए हैं, जिसमें दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, सिक्किम और उत्तराखंड शामिल हैं।

फर्जी दस्तावेजों के जरिए सप्लाई होती हैं लड़कियां

सीओ (शहर) मुनेश मीणा ने बताया कि पकड़ी गई महिला मानव तस्करी के गिरोह से जुड़ी हुई है, जो लड़कियों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मोटी रकम लेकर देह व्यापार की मंडियों में सप्लाई करते हैं। पुलिस ने महिला को रिमांड पर लेकर उसकी आपराधिक गतिविधियों के बारे में और जानकारी हासिल करने के लिए जांच शुरू कर दी है।

दिल्ली में भेजी गई पुलिस टीम

महिला के मोबाइल की जांच में बच्चों की कई तस्वीरें भी मिली हैं, जिनके बारे में पुलिस अब और जानकारी जुटा रही है। सीओ मीणा ने बताया कि एक पुलिस टीम को दिल्ली भेजा गया है, जो सफदरगंज अस्पताल से बच्ची से जुड़े दस्तावेजों की जांच करेगी। पुलिस का कहना है कि इस गिरोह के और भी सदस्य हो सकते हैं, जिनकी तलाश जारी है।

मानव तस्करी का यह नेटवर्क कितना बड़ा है?

पुलिस के अनुसार यह मामला सिर्फ एक बच्ची के खरीद-फरोख्त का नहीं है, बल्कि मानव तस्करी के बड़े नेटवर्क से जुड़ा हुआ है। इस गिरोह के सदस्य लड़कियों को विभिन्न तरीकों से ढूंढकर उन्हें अवैध तरीके से बेचते हैं। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए जुटी हुई है।

 


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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