बाबा वेंगा की 2026 में विस्फोट की भविष्यवाणी! 5 जुलाई 2025 को लेकर की गई भविष्यवाणी निकली गलत

punjabkesari.in Tuesday, Jul 08, 2025 - 06:43 PM (IST)

नेशनल डेस्क: इंसान हमेशा से ही भविष्य को जानने की कोशिश करता रहा है। इतिहास में कई ऐसे भविष्यवक्ता हुए हैं, जिनकी भविष्यवाणियां आज भी चर्चा का विषय बनी रहती हैं। नोस्ट्राडेमस और बाबा वेंगा जैसे नाम आज भी लोगों की जुबान पर हैं। अब जापान के एक कलाकार रियो तात्सुकी को लोग “जापानी बाबा वेंगा” कहने लगे हैं। उनकी भविष्यवाणियां इन दिनों सोशल मीडिया और जापानी मीडिया में खूब सुर्खियां बटोर रही हैं।

1999 में छपी किताब, जिसने मचाया हलचल

रियो तात्सुकी की किताब “द फ्यूचर आई सॉ” साल 1999 में प्रकाशित हुई थी। इसमें उन्होंने कई बड़ी घटनाओं की भविष्यवाणी की थी। उनके प्रशंसकों का दावा है कि उन्होंने फ्रेडी मर्करी की मौत, ग्रेट हानशिन भूकंप, 2011 की तोहोकू सुनामी और कोरोना महामारी जैसी घटनाओं की पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी।

5 जुलाई 2025 की सुनामी की भविष्यवाणी गलत निकली

तात्सुकी ने अपनी किताब में 5 जुलाई 2025 को जापान में एक भीषण सुनामी की चेतावनी दी थी। हालांकि ऐसा कुछ नहीं हुआ। इस पर उनकी वेबसाइट के मैनेजर लियो का कहना है कि तात्सुकी की भविष्यवाणियां “15 साल के चक्र” का अनुसरण करती हैं। यानी, यह भविष्यवाणी अब 2040 तक के लिए बढ़ गई है।

2026 में माउंट फूजी विस्फोट और भूकंप की आशंका

रियो तात्सुकी की भविष्यवाणियों में सबसे बड़ी चेतावनी 2026 को लेकर है। उनके मुताबिक, साल 1981 की गर्मियों में उन्हें एक सपना आया था, जिसमें नानकाई गर्त क्षेत्र में बड़े भूकंप की झलक मिली थी। उनका मानना है कि यह भूकंप 2026 के जून या सितंबर के बीच आ सकता है। साथ ही, उन्होंने माउंट फूजी में भी एक बड़े ज्वालामुखी विस्फोट की आशंका जताई है।

तात्सुकी ने कहा कि यह विस्फोट उन्होंने सपने में दूर से देखा था, इसलिए वे यह नहीं कह सकतीं कि इसका असर कितना बड़ा होगा।

“मेरे पास कोई अलौकिक शक्ति नहीं” – रियो तात्सुकी

रियो तात्सुकी ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से बात करते हुए कहा, “मेरे पास कोई भविष्य देखने की शक्ति नहीं है। 1996 में तोहोकू आपदा का सपना मेरे लिए ऐसा अंतिम सपना था, जो भविष्य से जुड़ा हुआ लगा।” उन्होंने आगे कहा कि अब उन्हें सामान्य सपने आते हैं, लेकिन भविष्य से जुड़े सपने अलग तरह के होते हैं और उन्हें समझाना बेहद कठिन होता है।


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News Editor

Parveen Kumar

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