ललित मोदी पर कस रहा है शिंकजा, सिंगारपुर और मारीशस से भी मांगी गई है मदद

punjabkesari.in Tuesday, Jun 30, 2015 - 03:18 PM (IST)

दिल्ली: ललित मोदी की परेशानियां कम नहीं होने वाली हैं। बल्कि उन पर शिकंजा और कसता जा रहा है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) टूर्नामेंट में कथित तौर पर अनियमित्ताओं के कारण लाइमलाईट में आए ललित मोदी के खिलाफ मामले में ईडी ने सिंगापुर और मारीशस से मदद मांगी है। अधिकारिक जानकारी के अनुसार एजेंसी ने अदालत से दो अनुरोध पत्र हासिल करने के लिए कानूनी प्रक्रियाएं भी शुरू कर दी हैं।

यानि कि मोदी जी बुरे फंस गए हैं। जैसे ही यह पत्र प्राप्त होते हैं इनको सिंगापुर और मारीशस भेजा जाएगा जिससे 2009 में हुए आईपीएल क्रिकेट टूर्नामेंट के मीडिया अधिकारी देने में कथित धन शोधन के बारे में जानकारी मिल सके। ईडी ने तो मुम्बई जोनल कार्यालय से अपने एक दल को भी सिंगापुर भेज दिया हैहांलाकि इस मामले में उन्होंने संकेत दिया है कि वो सिर्फ पीएमएलए के तहत जांच का एक हिस्सा है।

वहीं हाल ही में ईडी ने विदेशी मुद्रा उल्लंघन कानून के तहत मोदी और बीसीसीआई-इंडियन प्रीमियर लीग के अन्य अधिकारियोंऔर निजी संस्थाओं को कारण बताओं नोटिस भी जारी किया  है।  गौरतलब है कि इस मामले में दो आरोपी कपंनियां इन देशों में स्थित हैं और ईडी को आईपीएल के संबंध में उन कपंनियों के लेन देन और  अंतराष्ट्रीय वित्तिय करारों की अधिक जानकारी हासिल करने के लिए अनुरोध पत्रों की आवश्यकता है। पूर्व बीसीसीआई प्रमुख एन श्रीनवासन ने 2010 में चेन्नई पुलिस में इस समझौते के संबंध में मोदी और अन्य के खिलाफ प्रसारण अधिकार देने में धन का गबन करने और बीसीसीआईको धोखा देने का आरोप लगाया था। वहीं ईडी ने इस वर्षके शुरूआत में पीएमएलए के तहत अपना अलग अपराधिक मामला दर्ज किया था और इस करार की जांच के लिए बाद में गुडगांव और दिल्ली में छापे मारे थे।

यहां तक बात ललित मोदी की है तो विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजेसे भी इसी प्रकार की मदद लेने के मामले में विवादों में घिरे हुए हैं। ईडी ने इस वर्ष विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के तहत फरवरी में जारी कारण बताओं नोटिस में ललित मोदी पर फर्जी ईमेल भेजने और 125करोड़ रुपए के अवैध फंडोंकेएक संदग्धि लाभार्थी होने का आरोप लगाया है। वहीं 2009 में आयोजित टी 20 टूर्नामेंट के मीडिया अधिकार देने में 425 करोड़ रुपए के विदेशी मुद्रा उल्लंघनकी जांच के संबंध में ये आरोप लगाए गए हैं।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Related News