जज्बे को सलाम, भाई को बचाने के लिए तेंदुए से भिड़ गई बहन

punjabkesari.in Thursday, May 14, 2015 - 05:28 PM (IST)

भराड़ी (बिलासपुर): रक्षाबंधन पर जिस भाई के लिए लंबी उम्र की कामना की थी, उसी पर जब संकट आया तो वही बहन अपनी जान की परवाह किए बिना भाई की जिंदगी बचाने से भी पीछे नहीं हटी। हम बात कर रहे है हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले की। जहां एक बहन अपने भाई को बचाने के लिए तेंदुए से भिड़ गई।

जानकारी के मुताबिक 27 अक्तूबर, 2012 को शिल्पा अपने भाई अनुज अंशुल शर्मा के साथ स्कूल जा रही थीं। अचानक उस दौरान तेंदुए ने अंशुल को जबड़े में दबोच लिया। अपने भाई को लहुलूहान हालत में देखकर वह उसकी जान बचाने के लिए तेंदुए से भिड़ गई। बताया जा रहा है कि उसने अपने स्कूल बैग और झाड़ियों से तेंदुए पर वार किए और शोर मचाया। इसी दौरान तेंदुआ वहां से भाग गया। शिल्पा ने खून से लथपथ भाई को करीब आधा किलोमीटर दूर उठाकर अस्पताल पहुंचाया। 

पांच दिन अस्पताल में रहने के बाद अंशुल को घर भेजा गया। शिल्पा के पिता हिमबुनकर में सेल्जमैन के पद पर हैं। मां गृहिणी हैं। नायब तहसीलदार विक्रम सिंह ने कहा कि शिल्पा की बहादुरी सभी के लिए मिसाल है। जिसने अपनी जान पर खेलकर भाई की जिंदगी को बचाया था। 

आपको बता दें कि अपने छोटे भाई को बचाने के लिए तेंदुए से भिड़ने वाली शिल्पा शर्मा को वर्ष 2014 में गणतंत्र दिवस पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से नवाजा है। वर्ष 2014 में गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित शिल्पा को भराड़ी के नायब तहसीलदार विक्रम सिंह ने सम्मानित किया। उन्होंने शिल्पा को बतौर जीवन रक्षक पुररूकार 40 हजार का चेक भी दिया।

 

 


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