जब पति ने निभाया सात फेरों का वचन

punjabkesari.in Monday, Apr 20, 2015 - 06:52 AM (IST)

अम्बाला: पति द्वारा पत्नी को तंग किए जाने के कई मामले तो आप ने पढ़े या सुनें ही होंगे,लेकिन इन्हीं सब बातों के बीच एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें पति ने अपनी पत्नी के लिए सात फेरों के बचनों को निभाते हुए एक मिसाल कायम की। मामला हरियाणा के अंबाला कैंट का है। अंबाला कैंट के दयाल बाग में रहने वाली रानी चौहान पिछले काफी समय से किडनी की बीमारी से पीड़ित थी। उसकी एक किडनी पूरी तरह से खराब हो चुकी थी। बीमारी से पीड़ित महिला ने अपने परिजनों से उसे किडनी देने की मांग की लेकिन किसी कारणवंश ऐसा नही हो सका। 

आखिरकार पति ने ही पत्नी संग लिए सात फेरों का वायदा निभाया और उसे अपनी किडनी ट्रांसप्लांट करवाई। किडनी फेल होने से रानी चौहान बहुत ज्यादा पीड़ा से गुजरती रही। बहू की पीड़ा को देखकर रानी की सास ने भी उसे किडनी देने के बारे में सोचा। लेकिन डाक्टरों ने रानी चौहान की सास को किडनी में पत्थरी होने के कारण उनकी किडनी लेने से इंकार कर दिया। अब महिला के पति को डाक्टरों ने इस बारे में बताया कि महिला की जान सिर्फ किडनी ट्रांसप्लांट के बाद ही बच सकती है, तभी महिला के पति ने बिना सोचे-समझे अपने सात फेरों का वादा निभाते हुए तुंरत अपनी पत्नी को किडनी देने का फैसला कर लिया।

महिला को उसके पति की किडनी ट्रांसप्लांट की गई। महिला के पति अनिल चौहान ने बताया कि आए दिन उसकी पत्नी तकलीफ में रात-दिन बिताती थी। डायलसिस में भी काफी रुपए खर्च हो जाते थे। पीजीआई सहित अन्य जगहों पर जहां भी कोई कहता था ईलाज करवाने के लिए चले जाते थे। उनके खर्च में करीबन 4-5 लाख रुपए खर्च कर चुके थे। उनकी पत्नी का दर्द में बढ़ रहा था। हालत जब ज्यादा खराब हो गए तो उन्होंने बिना सोचे समझे अपनी पत्नी को अपनी किडनी देने के लिए राजी हो गया। इस संबंध में सिटी के एक निजी रेस्तरां में दंपत्ति अनिल चौहान और रानी चौहान ने अपने इस अनुभव को मैक्स अस्पताल के स्पेशलिस्ट डा. मुनीष चौहान संग सांझे किए।

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