कड़ी मेहनत, नतीजा आश्चर्यचकित कर देने वाला

punjabkesari.in Wednesday, Mar 04, 2015 - 07:42 AM (IST)

चरखी दादरी(पंकेस): कड़ी मेहनत, कुछ आधुनिक तकनीक और नतीजा आश्चर्यचकित कर देने वाला। जी हां, दादरी उपमंडल के गांव अचीना के किसान हरज्ञान शर्मा द्वारा पैदा किए गए आलुओं ने उन्हें दूर-दूर तक मशहूर कर दिया है। हो भी क्यों नहीं, उनके खेतों ने 500 से 800 ग्राम वजन तक के आलू पैदा कर क्षेत्र में तहलका मचा दिया। उनकी प्रति बीघा उत्पादन दर सामान्य से दोगुणा के करीब रही है। कृषि विभाग ने उनकी इस उपलब्धि को देख कर किसान के आलू को गुडग़ांव में कृषि मेले में प्रदर्शनी के लिए रखवाया जाएगा। गांव अचीना निवासी किसान हरज्ञान शर्मा ने बताया अपनी 10 बीघा भूमि में आलू की बिजाई की थी।

आलू का प्रति बीघा 32 क्विंटल की औसत से उत्पादन हुआ जो कि सामान्य से लगभग 2 गुणा है। खेतों से निकले 500 से 800 ग्राम तक के आलू देख कर वे स्वयं भी हैरान रह गए। कृषि विषेशज्ञ डा. ईश्वर सिंह ने कहा कि किसान हरज्ञान शर्मा ने आलू की बंपर फसल पैदा कर वास्तव में ही रिकार्ड कायम किया है। आमतौर पर एक बीघा भूमि में आलू की 18 क्विंटल तक ही पैदावार होती है, जबकि इस किसान ने 32 क्विंटल आलू पैदा किए हैं। किसान हरज्ञान शर्मा ने बताया कि उन्होंने पूरा ध्यान खेती पर लगाना शुरू कर दिया।

इसी कड़ी में कृषि सलाहकारों से सब जानकारी जुटाकर आलू की खेती की। अब हरज्ञान भविष्य में 5 एकड़ में आलू की खेती करना चाहते हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि हम नई तकनीकी के साथ परम्परागत जैविक कृषि का भी प्रयोग कर रहे हैं, इसलिए अधिक सफलता मिल रही है। खेत में गोबर की खाद का अधिक प्रयोग किया। बचपन से ही सब्जियां उगाने का काम कर रहे हरज्ञान शर्मा ने उगे भारी वजन वाले आलुओं संबंधी जानकारी देते हुए बताया कि ऐसे आलुओं को उगाने में उसने पहली बार सफलता हासिल की है।

इस सब्जी की पैदावार के लिए उन्होंने जहां समय-समय पर आलुओं के पौधों की काफी देखभाल की है, वहीं देसी खाद का प्रयोग भी किया है। हरज्ञान के अनुसार अच्छी पैदावार के लिए अच्छे बीजों का होना बहुत जरूरी है साथ ही फसल में खरपतवार का नहीं होना चाहिए, तब जाकर अच्छी पैदावार का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News