सेना के सौ डाक्टर उत्तराखंड में काम करने को तैयार

punjabkesari.in Saturday, Jul 08, 2017 - 07:54 PM (IST)

देहरादून: सैन्य मेडिकल कोर से हाल में सेवानिवृत्त लगभग एक सौ डाक्टरों ने आवेदन भेज कर उत्तराखंड की सेवा शर्तों पर अपनी सेवाएं देने की इ‘छा व्यक्त की है। इस संबंध में  मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की सोच अब रंग लाने लगी है जिससे पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा व्यवस्था पटरी पर आने की आशा बंध गई है।

मुख्यमंत्री रावत और थल सेनाध्यक्ष विपिन रावत के बीच गत 10 जून को इस बारे में बातचीत के बाद इस प्रगति से लोग खासे उत्साहित हैं। राज्य के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा महानिदेशक डाक्टर डी. एस.रावत ने सैन्य डाक्टरों के आवेदन की पुष्टि करते हुए कहा कि ये डाक्टर अपनी 70 साल की आयु तक सेवाएं देंगे। आर्मी मेडिकल कोर से डाक्टर 60 साल की आयु में ही सेवानिवृत्त हो जाते हैं।

समझा जाता है कि इन डाक्टरों को उन पर्वतीय क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा जहां राज्य स्वास्थ्य सेवा के डाक्टर वहां मूलभूत सुविधायें न होने के बहाने से अपनी तैनाती से कतराते रहे हैं। माना जाता है कि सरकार इन डाक्टरों को उत्साहवर्धक पारिश्रमिक और भत्तों के अलावा अन्य सुविधाएं भी देगी।

इससे पहले सरकार ने दक्षिणी राज्यों से नौजवान चिकित्सकों को लाने की कोशिश की तो राज्य चिकित्सा सेवा ने उन्हे छंटनी शुदा और दोयम दर्जे का बताकर विरोध किया था। उन्होंने कहा कि ऐसे डाक्टरों को उनसे ज्यादा वेतन-भत्ते नही दिए जा सकते। 


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