चुनाव आयोजन के अलावा क्या काम करता है EC, जानते हैं कौन सी जिम्मेदारियां निभाता है आयोग
punjabkesari.in Monday, Jun 03, 2024 - 04:40 PM (IST)
![](https://static.punjabkesari.in/multimedia/2024_6image_16_40_209957685ec.jpg)
नेशनल डेस्क: लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व गिनती के बाद परिणाम घोषित होने के साथ ही खत्म हो जाएगा। पिछले 1.5 महीने में देश के विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की कुल 543 सीटों पर चुनाव आयोजित हुए हैं। 4 जून को इनके परिणामों की घोषणा होगी। अक्सर लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि चुनावों के बाद निर्वाचन आयोग के पास क्या काम होते हैं। चुनाव आयोजन के अलावा क्या जिम्मेदारी होती है। डिटेल में जानते हैं इनके कामों के बारे में-
पॉलिटिकल पार्टियों के विवादों का निपटारा-
चुनाव आयोग के प्रमुख कामों में से एक पॉलिटिकल पार्टियों के विवादों का निपटारा करवाना है। किसी पार्टी पर किसका हक होगा ये काम भी चुनाव आयोग देखता है। इन विवादों का सॉल्यूशन करते वक्त आयोग सभी दस्तावेजों, पार्टी के नेताओं आदि के समर्थन आदि का ध्यान रखता है।
नए कानूनों पर विचार विमर्श-
निर्वाचन आयोग राजनीतिक दलों की सहमति से तैयार की गई आदर्श आचार संहिता का उनका सख्त तरीके पालन करवाकर निर्वाचन मैदान में राजनीतिक दलों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करता है। इसके अलावा समय-समय पर चुनाव के संचालन संबंधी मामलों एवं आदर्श आचार संहिता के पालन और आयोग द्वारा निर्वाचन संबंधी मामलों पर प्रस्तावित नए उपायों को लागू करने पर विचार विमर्श करता है।
राजनीतिक दलों को नाम, दर्जा और निशान बांटना-
चुनाव आयोग राजनीतिक दलों को नाम, दर्जा और चिहन बांटता है। इसे एक उदाहरण द्वारा सप्ष्ट किया जा सकता है। जैसे शिवसेना का हक एकनाथ शिंदे गुट को मिला तो वहीं, उद्धव गुट को शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नाम दिया गया। इसके अलावा आय़ोग इस बात का फैसला भी करता है कि कौन सा दल क्षेत्रीय और कौन सा राष्ट्रीय है।
पहचान पत्र जारी करना-
चुनाव आयोग का एक प्रमुख काम है कि वह भारत के वोटरों को वोटर आईडी कार्ड जारी करवाता है। इसके अलावा अगर कोई वोटर किसी दूसरे स्थान पर जाता है तो उसका मतदाता लिस्ट में उसका नाम ट्रांसफर करना भी चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है। इसके अलावा आयोग किसी व्यक्ति के निधन पर उसका नाम मतदाता लिस्ट से हटाता भी है।
दोषी उम्मीदवारों पर कार्रवाई का अधिकार-
आयोग भ्रष्टाचार के दोषी पाए गए लोगों को अयोग्य घोषित करने के मामले में भी सलाह देता है। इसके अलावा उन उम्मीदवारों को भी आयोग्य घोषित करने का काम करता है, जो चुनाव खर्चे के लेखे दाखिल करने में असफल हो जाते हैं।
राष्ट्रपति से लेकर विधानसभा के चुनाव का आयोजन करवाना-
राष्ट्रपति से लेकर विधानसभा के चुनाव का आयोजन करवाना भी आयोग का प्रमुख काम है। इनमें राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति, राज्य सभा, राज्य विधानसभाओं के चुनाव शामिल हैं। इसके अलावा किसी नेता के मौत होने पर या उसे सजा मिलने के बाद अयोग्य करार दिए जाने पर उप चुनाव करवाता है।