50 वर्षीय अनंता गिरि ने बेटे को सौंपा कारोबार, खुद मोह-माया त्याग बनीं संन्यासी

punjabkesari.in Monday, Feb 03, 2025 - 04:02 PM (IST)

नेशनल डेस्क. शहर की सिल्वर हाइट्स कालोनी की रहने वाली 50 वर्षीय सफल बिजनेस वूमन अनंता गिरि ने अब आध्यात्मिकता की ओर रुख कर लिया है। उन्होंने अपना कारोबार बेटे को सौंप दिया और अब वे प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान बच्चों को स्वर योग और साधना की शिक्षा दे रही हैं।

पति के निधन के बाद लिया बड़ा फैसला

अनंता गिरि की शादी 1996 में हुई थी। उनके पति का परफ्यूम का कारोबार था, लेकिन 2012 में उनके निधन के बाद अनंता की जिंदगी में बड़ा बदलाव आया। उस समय उनका बेटा संचित चोपड़ा बहुत छोटा था, तो अनंता ने पति का कारोबार संभाला और एक सफल बिजनेस वूमन के रूप में पहचान बनाई। जैसे ही उनका बेटा संचित 20 साल का हुआ, अनंता ने अपना पूरा कारोबार उसे सौंप दिया और आध्यात्मिक साधना की ओर कदम बढ़ाए।

गुरु से मिली प्रेरणा, शुरू किया ध्यान और साधना

पति के निधन के बाद अनंता की मुलाकात गुरु स्वामी सत्यास्वरूपानंद से हुई। उनके मार्गदर्शन में अनंता ने आत्मबल बढ़ाने और आध्यात्मिक ज्ञान की ओर बढ़ने की प्रेरणा ली। इसके बाद उन्होंने ध्यान और साधना में अपनी पूरी ऊर्जा लगा दी।

स्वर विज्ञान की दीक्षा और श्री विद्या साधना

साल 2019 में उनकी मुलाकात गुरु श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी चरणाश्रित गिरि जी महाराज से हुई। उन्होंने उनसे स्वर विज्ञान की दीक्षा ली और श्री विद्या साधना शुरू की। अनंता बताती हैं कि स्वर विज्ञान की विद्या भगवान शिव और माता पार्वती के संवादों से प्रेरित है। इसके माध्यम से वे युवाओं को आत्मजागृति, मानसिक संतुलन और आध्यात्मिक उन्नति की कला सिखा रही हैं।

सनातन धर्म का प्रचार है उद्देश्य

अनंता गिरि का उद्देश्य उत्तर भारत में सनातन धर्म का प्रचार करना है। वे घर-घर जाकर हवन-यज्ञ करने और ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से आध्यात्मिक ज्ञान बांटने की योजना पर काम कर रही हैं। वे महाकुंभ में सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से बच्चों को स्वर योग साधना सिखा रही हैं।

युवाओं को नशे से दूर कर आध्यात्मिक जीवन की ओर प्रेरित किया

अनंता गिरि का मानना है कि अगर युवाओं को सनातन धर्म का सही ज्ञान मिलेगा, तो वे समाज में सकारात्मक योगदान देंगे। अब तक उन्होंने 600 से अधिक युवाओं को नशे से दूर कर आध्यात्मिक जीवन की ओर प्रेरित किया है। वे स्कूलों और कालेजों में जाकर विद्यार्थियों को ध्यान, मेडिटेशन और आध्यात्मिक जागरूकता फैलाने का कार्य कर रही हैं।

आध्यात्मिक ज्ञान का प्रचार जारी

अब अनंता गिरि स्वर विज्ञान, श्री विद्या साधना और ध्यान के माध्यम से हजारों लोगों तक इस ज्ञान को पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। वे सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार में लगी हुई हैं और युवाओं को आध्यात्मिक जीवन की ओर बढ़ने के लिए निरंतर प्रेरित कर रही हैं।
 


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Content Editor

Parminder Kaur

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