बचपन से सिर्फ Parle-G खाकर जिंदा है यह लड़की
punjabkesari.in Tuesday, Sep 06, 2016 - 10:52 AM (IST)

नई दिल्ली: खाने-पीने के मामले में ज्यादातर लोग चूजी होते हैं क्योंकि उन्हें जल्दी किसी को कोई चीज पंसद नहीं आती। हर कोई अच्छा खाना चाहता है। बचपन में तो हर किसी की कोई न कोई फेवरेट चीज होती है जैसे-कोई खास चॉकलेट, टॉफी या बिस्कुट। बहुत ही कम लोग ऐसे होंगे जो ये कहेंगे कि उन्होंने पारले जी बिस्कुट नहीं खाया। लेकिन हम आपको ऐसी लड़की के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने सिर्फ खाया ही पारले जी है औऱ कुछ नहीं। जी हां कर्नाटक की रहने वाली 18 साल की ‘रमव्वा’ बचपन से लेकर आज तक पारले जी खा रही है। यहां तक कि जब रमव्वा पैदा हुई तो उसे मां का दूध न पिलाकर गाय का दूध और पारले जी खिलाया गया था।
रमव्वा को कुछ और पंसद भी नहीं है और जिस दिन उसे पारले जी नहीं मिलते वे परेशान हो जाती है। रमव्वा के माता-पिता किसान हैं और उनका कहना है कि उन्होंने कभी भी रमव्वा पर मैडीकल खर्च नहीं किया और न ही खाने के लिए पैसे खर्च किए। रमव्वा दिन भर में 5-7 पैकेट्स खा लेती है। यही नहीं वो खाना और दूसरे ब्रैंड के बिस्कुट भी नहीं खाती है। रमव्वा के दो जुड़वा भाई भी हैं, बचपन में वे भी पारले जी ही खाते थे लेकिन समय के साथ उनकी ये आदत बदल गई।
रमव्वा पारले जी खाकर ज़िंदा है। उसके माता-पिता को एक ही फिक्र है कि जब उसकी शादी होगी तो वह वहां पर किस तरह रहेगी। वहीं इस मामले में लड़की ने कहा कि उसे पारले-जी के बिना खाना कुछ भी अच्छा नहीं लगता और न ही 18 साल से दूध और पारले-जी के बिना कुछ खाया है।