अहमदाबाद प्लेन क्रैश में सामने आई एअर इंडिया के CEO की प्रतिक्रिया, कहा- ''इंजन या रखरखाव में कमी नहीं''
punjabkesari.in Monday, Jul 14, 2025 - 01:19 PM (IST)

नेशनल डेस्क: अहमदाबाद से लंदन जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट के 12 जून को हुए भयानक हादसा हुआ। इसमें 260 लोगों की जान चली गई थी। हादसे को लेकर अब एअर इंडिया के CEO कैम्पबेल विल्सन ने पहली बार प्रतिक्रिया दी है।
CEO विल्सन का बयान-
एअर इंडिया के CEO कैम्पबेल विल्सन ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की ओर से जारी की गई शुरुआती जांच रिपोर्ट से पता चला है कि पिछले महीने हुए इस दुखद प्लेन हादसे में न तो एयरक्राफ्ट में कोई मेंटेनेंस संबंधी समस्या थी और न ही इंजन में कोई खराबी पाई गई है।
विल्सन ने आगे कहा कि विमान ने उड़ान से पहले सभी अनिवार्य मेंटेनेंस टास्क पूरे किए थे। जांच में ईंधन की गुणवत्ता और टेकऑफ रोल (उड़ान भरने के लिए रनवे पर दौड़ने की प्रक्रिया) में भी कोई असामान्यता नहीं मिली। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि पायलटों ने उड़ान से पहले के सभी ब्रेथलाइजर टेस्ट पास किए थे और उनकी मेडिकल जांच के दौरान भी किसी भी तरह की चिंताजनक बात सामने नहीं आई थी। इन बयानों से यह स्पष्ट होता है कि प्रारंभिक जांच में विमान के रखरखाव या पायलटों की फिटनेस में कोई कमी नहीं पाई गई है।
जांच रिपोर्ट के चौंकाने वाले खुलासे
AAIB की शुरुआती जांच रिपोर्ट में कुछ बेहद महत्वपूर्ण और चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं:
- पायलटों की अंतिम कोशिश: रिपोर्ट बताती है कि एअर इंडिया के पायलटों ने विमान के दोनों इंजनों को आखिरी समय तक स्टार्ट करने की कोशिश की थी। एक इंजन (इंजन-1) में रिकवरी शुरू भी हो गई थी, लेकिन इंजन-2 पूरी तरह से फेल हो गया था।
- ईंधन सप्लाई के स्विच बंद: जांच में सामने आया है कि एअर इंडिया विमान के दोनों इंजनों में ईंधन की सप्लाई करने वाले स्विच उड़ान के तुरंत बाद बंद हो गए थे। इसी कारण इंजन ने काम करना बंद कर दिया। इसके तुरंत बाद कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में दोनों पायलटों के बीच की बातचीत रिकॉर्ड हुई है, जिससे उस भयावह पल का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
- दुर्घटना का समय: भारतीय समयानुसार दोपहर 1:38 बजे एअर इंडिया विमान ने उड़ान भरी. और महज 26 सेकंड बाद, 08:09:05 बजे (UTC समय के अनुसार) पायलट ने 'MAYDAY... MAYDAY... MAYDAY...' का इमरजेंसी मैसेज दिया। इसके तुरंत बाद विमान एयरपोर्ट की सीमा से बाहर एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकरा गया।
- इंजन की गति में कमी: रिपोर्ट में बताया गया है कि विमान के इंजन N1 और N2 में गति धीरे-धीरे कम होती गई, क्योंकि ईंधन की सप्लाई अचानक बंद हो गई थी। फ्यूल टैंकों और बाउजर से लिए गए सैंपल जांच में संतोषजनक पाए गए हैं, जिससे ईंधन की गुणवत्ता पर कोई सवाल नहीं उठा है।
हादसे का भयावह मंजर
आपको बता दें कि इस विमान हादसे के दौरान प्लेन में कुल 242 व्यक्ति सवार थे, जिसमें 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर्स शामिल थे। इस भयानक हादसे में दुखद रूप से केवल एक शख्स की जान बच पाई थी। प्लेन का मलबा हॉस्टल और आसपास की इमारतों पर गिरा था, जिसके कारण 19 लोगों की मौत हुई थी, जो जमीन पर मौजूद थे। इस हादसे में कुल 260 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।
जांच अभी जारी है और यह शुरुआती रिपोर्ट केवल कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डालती है। आने वाले समय में विस्तृत रिपोर्ट से दुर्घटना के असल कारण का पूरी तरह खुलासा होने की उम्मीद है।