खुल गया उन 98 सेकंड का राज़: एयर इंडिया प्लेन क्रैश में ''फ्यूल स्विच'' बना खलनायक, FAA की सलाह भी हुई नजरअंदाज
punjabkesari.in Saturday, Jul 12, 2025 - 02:02 PM (IST)

नेशनल डेस्क: अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 के दुर्घटना की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में एक चौंकाने वाला पहलू सामने आया है। दुर्घटना का संभावित कारण फ्यूल कंट्रोल स्विच का 'रन' से 'कटऑफ' पोजीशन में शिफ्ट होना माना जा रहा है। रिपोर्ट एक और गंभीर मुद्दे की ओर इशारा करती है, जिसे अमेरिकी संघीय विमानन प्रशासन (FAA) ने 2018 में ही बोइंग 737 जेट्स के लिए फ्लैग किया था।
FAA की 2018 की चेतावनी और फ्यूल स्विच का महत्व
दिसंबर 2018 में FAA ने एक विशेष एयरवर्थिनेस इन्फॉर्मेशन बुलेटिन (SAIB) जारी किया था। इस बुलेटिन में यह चेतावनी दी गई थी कि कुछ बोइंग 737 विमानों में फ्यूल कंट्रोल स्विच लॉकिंग फीचर के बिना लगाए गए थे। उस समय इसे सिर्फ एक सलाह माना गया था और इसे 'असुरक्षित स्थिति' के रूप में वर्गीकृत नहीं किया गया था। अहमदाबाद हादसे के बाद इस सलाह की अनदेखी अब एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है।
फ्यूल स्विच की भूमिका: ये स्विच विमान के इंजनों में ईंधन के प्रवाह को नियंत्रित करते हैं। पायलट इनका उपयोग जमीन पर इंजन को चालू या बंद करने के लिए करते हैं। साथ ही उड़ान के दौरान इंजन फेल होने पर इंजन को बंद करने या फिर से शुरू करने के लिए भी इनका इस्तेमाल किया जाता है। इनकी सही कार्यप्रणाली विमान की सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
अहमदाबाद हादसे में फ्यूल स्विच का संदिग्ध रोल
अहमदाबाद में 12 जून, 2025 को हुए इस दुर्भाग्यपूर्ण उड़ान हादसे की प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि विमान के फ्यूल कंट्रोल स्विच लिफ्ट-ऑफ (उड़ान भरने) के तीन सेकंड बाद एक-दूसरे के भीतर "RUN" से "CUTOFF" पोजीशन में शिफ्ट हो गए थे। यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह बदलाव गलती से हुआ या जानबूझकर। यह बिंदु ही अब जांच का सबसे अहम हिस्सा बन गया है।
दुर्घटना का भयावह परिणाम
लंदन के लिए रवाना हुई एयर इंडिया की यह उड़ान अहमदाबाद से टेकऑफ के तुरंत बाद ही एक मेडिकल कॉलेज हॉस्टल में जा गिरी। यह हादसा इतना भयानक था कि विमान में सवार 242 लोगों में से सिर्फ एक व्यक्ति ही बच पाया। जमीन पर भी इस हादसे के कारण 19 लोगों की मौत हो गई, जिससे मरने वालों की कुल संख्या 260 हो गई।
यह दुखद हादसा विमानन सुरक्षा में छोटी-छोटी तकनीकी बातों के महत्व को रेखांकित करता है। FAA की 2018 की सलाह को नजरअंदाज करना एयर इंडिया और इस दुखद घटना के लिए भारी पड़ गया। उम्मीद है कि पूरी जांच के बाद इस हादसे के वास्तविक कारणों को स्पष्ट किया जाएगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।