33 हजार फीट की ऊंचाई,फ्लाइट के बाहर -52°C और अंदर बरस रही थी आग, पेसेंजर्स के छूटे पसीने, याद आया अहमदाबाद प्लेन क्रैश का खौफनाक मंजर
punjabkesari.in Friday, Jul 11, 2025 - 04:22 PM (IST)

नेशनल डेस्क: अहमदाबाद में 12 जून को हुए एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर क्रैश के बाद हवाई यात्रियों में डर का माहौल है। आलम यह है कि प्लेन में तकनीकी खराबी की बात पता चलते ही दिल की धड़कनें तेज हो जाती हैं। हाल ही में ऐसा ही कुछ नेवार्क से दिल्ली के लिए उड़ान भरने वाली यूनाइटेड एयरलाइंस की फ्लाइट UA82 के साथ हुआ, जिससे यात्रियों में दहशत फैल गई।
हवा में 45 मिनट बाद लौटना पड़ा प्लेन
7 जुलाई 2025 की रात करीब 9:30 बजे यूनाइटेड एयरलाइंस की फ्लाइट UA82 ने नेवार्क लिबर्टी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से दिल्ली के IGI एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरी थी। संयोग से यह प्लेन भी बोइंग का 787 ड्रीमलाइनर प्लेन था, जैसा कि अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। यह प्लेन करीब 45 मिनट की उड़ान पूरी कर चुका था और लगभग 33 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ रहा था. इस समय प्लेन के बाहर का तापमान करीब -52 डिग्री सेल्सियस तक गिर चुका था।
इलेक्ट्रॉनिक्स कूलिंग सिस्टम में आई खराबी ने बढ़ाई चिंता
प्लेन के बाहर भले ही कड़ाके की ठंड थी, लेकिन अंदर का माहौल गरम होने लगा था. प्लेन में आई तकनीकी खराबी की वजह से फ्लाइट के कई हिस्से गर्म होने लगे थे। पायलट के माथे का पसीना बता रहा था कि सब कुछ ठीक नहीं है। दरअसल टेकऑफ के बाद प्लेन के इलेक्ट्रॉनिक्स कूलिंग सिस्टम में तकनीकी खराबी के संकेत मिले थे। चूंकि यह सिस्टम प्लेन के इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट को ठंडा रखता है लिहाजा पायलट का परेशान होना लाजमी था।
पायलट को डर था कि अगर यह सिस्टम पूरी तरह से काम करना बंद कर दे, तो प्लेन के नेविगेशन और कम्युनिकेशन सिस्टम से जुड़े इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट बहुत ज़्यादा गर्म हो सकते हैं। प्लेन का कंट्रोल खो सकता था। यह स्थिति बेहद खतरनाक थी, क्योंकि इससे प्लेन की उड़ान सुरक्षा को गंभीर खतरा हो सकता था। पायलट ने तुरंत इस खतरे को भांप लिया और कोई जोखिम न लेते हुए वापस नेवार्क एयरपोर्ट जाने का फैसला किया।
अहमदाबाद प्लेन क्रैश की याद आई यात्रियों को
पायलट ने जिस समय यह निर्णय लिया प्लेन अटलांटिक महासागर के ऊपर था। पायलट ने प्लेन में आई तकनीकी खराबी और वापस आने के फैसले के बारे में नेवार्क एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को जानकारी दी। एटीसी से इजाजत मिलने के बाद प्लेन को वापस नेवार्क की तरफ मोड़ दिया गया। इसके बाद, पायलट ने प्लेन में आई तकनीकी खराबी और नेवार्क एयरपोर्ट वापस जाने के फैसले के बारे में यात्रियों को जानकारी दी।
तकनीकी खराबी की बात सुनते ही यात्रियों के दिल और दिमाग में एक साथ 12 जून को अहमदाबाद में हुआ एयर इंडिया प्लेन क्रैश कौंध गया। हर कोई प्लेन के सुरक्षित लैंड होने की प्रार्थना भगवान से करने लगा। कुछ मिनटों का इंतजार भी अब यात्रियों के लिए काफी भारी होने लगा था। रात करीब 11:15 बजे यूनाइटेड एयरलाइंस की फ्लाइट UA82 ने नेवार्क लिबर्टी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुरक्षित उतर गई। तब जाकर यात्रियों की जान में जान आई।