Air India दुर्घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट में नहीं मिली यांत्रिक या रखरखाव की कोई गलती- एयर इंडिया सीईओ

punjabkesari.in Monday, Jul 14, 2025 - 12:25 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत के इतिहास में दर्ज हुई सबसे भीषण हवाई दुर्घटनाओं में से एक, एयर इंडिया के AI171 विमान हादसे की प्रारंभिक रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट में एक बड़ा खुलासा हुआ है, जो हर किसी की उम्मीद से अलग है। एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने बताया कि इस विमान में कोई यांत्रिक (मशीन संबंधी) या रखरखाव (मेंटेनेंस) की समस्या नहीं पाई गई है। यह जानकारी उन्होंने एयरलाइन के अपने कर्मचारियों को लिखे एक पत्र में दी है।

हादसे की शुरुआती जांच में क्या मिला?

AI171 विमान की दुर्घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। इस हादसे में बड़ी संख्या में लोगों की जानें गईं और कई घायल हुए। हादसे के बाद से ही जांच दल मामले की गहराई से जांच कर रहा था कि क्या विमान में कोई तकनीकी खराबी या रखरखाव की चूक थी जिससे यह दुर्घटना हुई। लेकिन अब रिपोर्ट के प्रारंभिक निष्कर्ष के मुताबिक, विमान में कोई तकनीकी खराबी या रखरखाव की गलती नहीं मिली है।

सीईओ का बयान क्यों महत्वपूर्ण है?

एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन का यह बयान इसलिए भी खास है क्योंकि आमतौर पर किसी बड़े हादसे के बाद यांत्रिक दोषों की जांच सबसे पहले की जाती है। यदि किसी भी प्रकार की तकनीकी कमी होती है, तो उसे तुरंत सुलझाने का प्रयास किया जाता है ताकि आगे के हादसे रोके जा सकें। लेकिन इस रिपोर्ट से साफ हो गया कि इस हादसे का कारण मशीन या रखरखाव की गलती नहीं है, बल्कि शायद अन्य पहलुओं की जांच करनी होगी।

अगली जांच के पहलू क्या हो सकते हैं?

अब जब यांत्रिक दोषों की संभावना खत्म हो गई है, तो जांच टीम अन्य कारणों की ओर ध्यान देगी। इसमें पायलट की गलतियां, मौसम की स्थिति, हवाई यातायात नियंत्रण की भूमिका, या विमान संचालन से जुड़े अन्य मानवीय या तकनीकी कारक हो सकते हैं।

देश में हुई सबसे भयंकर हवाई दुर्घटनाओं में से एक

यह हादसा भारत में दशकों में हुआ सबसे बड़ा विमान हादसा माना जा रहा है। ऐसे हादसे न केवल मानवीय जीवन के लिए खतरनाक होते हैं बल्कि एयरलाइंस की छवि पर भी गहरा प्रभाव डालते हैं। इसलिए इस घटना की पूरी निष्पक्ष जांच की मांग लगातार उठ रही है।


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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