जम्मू कश्मीर में एड्स ने अब तक ली 910 रोगियों की जान

punjabkesari.in Monday, Dec 04, 2017 - 04:47 PM (IST)

जम्मू : रियासत में स्वास्थ्य विभाग में जानलेवा बीमारियों को रोकने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है लेकिन इन प्रयासों के बावजूद जहां डेंगू ने इस बार पांव पसारे वहीं रियासत में 5376 एच.आई.वी पाजीटिव मामलों ने भी स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ा रखी है। वहीं अब तक रियासत में 910 एड्स रोगियों की रोग से मौत हुई है। गत एक वर्ष के दौरान 377 नए मामले सामने आए हैं। एच.आई.वी संक्रमण के बाद की स्थिति में मानव अपने प्राकृतिक प्रतिरक्षण क्षमता खो देता है। एड्स स्वयं कोई बीमारी नहीं है पर एड्स से पीड़ित मानव शरीर संक्रामक बीमारियों, जो कि जीवाणु और विषाणु आदि से होती हैं, के प्रति अपनी प्राकृतिक प्रतिरोधी शक्ति खो बैठता है क्योंकि एच.आई.वी (वह वायरस जिससे कि एड्स होता है) रक्त में उपस्थित प्रतिरोधी पदार्थ लसीका-कोशो पर आक्रमण करता है। 


जम्मू कश्मीर में बढ़ती पर्यटकों की संख्या, लंबी दूरी तय करने वाले ट्रक ड्राइवरों, माइग्रेंट लेबरों पर निगरानी रखने की आवश्यकता है। राज्य सरकार का दावा है कि जम्मू कश्मीर स्टेट एड्स प्रीवेंशन एण्ड कंट्रोल सोसायटी रोग के प्रति गंभीर है और 15 से 49 वर्ष की आयु के लोगों को इस रोग के बारे में जागरूक किया जा रहा है। अभी तक 4328 पंजीकृत मामले सामने आए हैंं जिनमें से 2289 का उपचार जारी है।


विभाग लोगों को रोग के प्रति कर रहा जागरूक : निदेशक
जम्मू कश्मीर एड्स कंट्रोल सोसाएट के निदेशक डा. मुश्ताक ए. राथर ने बताया कि विभाग की ओर से सभी जिला अस्पतालों में लोगों को इस जान लेवा रोग के बारे में जागरूक किया जा रहा है और बीमारी को काबू करने में भी काफी हद तक सहायता मिली है। इस रोग को लेकर लोक भी जागरूक हुए हैं और विभाग के साथ सहयोग कर रहे हैं। विभाग विभिन्न क्षेत्रों से मांग आने पर भी जागरूकता शिविर का आयोजन करती है। सहायक निदेशक प्रसार ऋषेष खजूरिया ने बताया कि राज्य में ज मू व कश्मीर में ए.आर.टी. और ओ.एस.टी. सुविधा उपलब्ध है जहां रोगी लाभान्वित हो रहे हैं। इस वर्ष एड्स दिवस पर ‘माई हैल्थ माई राइट’ स्लोगन रहेगा।
 


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