लोकसभा चुनाव: मकडज़ाल में उलझ सकती है BJP

punjabkesari.in Tuesday, May 21, 2019 - 11:24 AM (IST)

नई दिल्ली(नवोदय टाइम्स): एबीपी न्यूज-नील्सन के एग्जिट पोल में वीआईपी सीटों में से एक चांदनी चौक में भी मोदी सरकार के मंत्री डा. हर्षवर्धन की सीट को लेकर भी खतरा बताया है। आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार पंकज गुप्ता पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं और यहां कांग्रेस के जयप्रकाश अग्रवाल जाना माना चेहरा हैं। जेपी के आने के बाद यहां न सिर्फ वैश्य मतों में विभाजन हुआ है यहां अल्पसंख्यक मत भी कांग्रेस की ओर जाने के बाद इस सीट पर गणित बदल गया है। जेपी और डा. हर्षवर्धन के बीच सीधी टक्कर दिखाई दे रही है। मुस्लिम मतदाताओं ने कांग्रेस को वोट दिया है यह खुद अरविंद केजरीवाल द्वारा स्वीकारने के बाद यहां अटकलों का बाजार और गरम हो गया है। 

पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र
सबसे ज्यादा चर्चा में रहे पूर्वी दिल्ली में सर्वे एजेंसी दावा कर रही हैं कि यहां क्रिकेट खिलाड़ी गौतम गंभीर की भाजपा से नई पारी पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं क्योंकि कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली ने बहुसंख्यकों के साथ-साथ अल्पसंख्यक मतों को हासिल कर पूरे समीकरण बदल दिए हैं। ये सीट सबसे ज्यादा चर्चा में थी क्योंकि चुनाव से ठीक पहले आप उम्मीदवार आतिशी ने गंभीर पर विवादास्पद, आपत्तिजनक पर्चे बांटे। गौतम गंभीर इस पर आप के संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चुनौती दी थी कि आरोप साबित हुए तो मैं खुद फांसी लगा लूंगा और न हुए तो केजरीवाल माफी मांग कर गद्दी छोड़ दें। हालंाकि एजेंसी दावा कर रही है कि टक्कर के बावजूद गंभीर की जीत नजर आ रही है। गंभीर मुस्लिम और दलित बहुल सीटों पर संघर्ष कर रहे हैं। 

उत्तर पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी की टक्कर कांग्रेस की मजबूत नेता व दिल्ली की तीन बार मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित से है। उनके सामने आम आदमी पार्टी ने भी अपने तुरूप के पत्ते दिलीप पांडे को उतारा है जो कि खुद दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष स्तर के संयोजक पद पर थे। शीला दीक्षित की ताकत मुस्लिम मतदाता बने हैं तो मनोज तिवारी की कमजोरी भी यही हैं। दिलीप पांडे को उम्मीद थी कि मुस्लिम मतदाता उनके पक्ष में मतदान करेंगे तो उनका बेड़ा पार हो जाएगा लेकिन ऐन वक्त पर पलटे मुस्लिम मतदाताओं ने उनकी पेशानी पर बल डाल दिया है। लेकिन इस मत विभाजन व स्थानीय स्तर पर नाराजगी के बाद सबसे ज्यादा चिंता मनोज तिवारी को रही है। एजेंसी इस सीट को भी टक्कर के बीच भाजपा या कांग्रेस में किसी के भी नाम लिख रही हैं। 

नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र
आम आदमी पार्टी से व्यवसायी बृजेश गोयल मुकाबले में उतरे हैं और भाजपा ने मौजूदा सांसद मीनाक्षी लेखी को उतारा है। कांग्रेस के दो बार के सांसद अजय माकन जहां सीलिंग पर सीधे व्यापारियों को जोडऩे में कामयाब रहे वहीं आम आदमी पार्टी की तरफ से गोयल भी व्यापारियों में सक्रिय रहे। लेकिन मीनाक्षी लेखी को क्षेत्र से दूर बताते हुए उनका पार्टी के भीतर व बाहर जमकर विरोध हुआ है। मीनाक्षी लेखी 1990 में वकालत के पेशे से जुड़ीं थी और पिछले लोकसभा चुनाव में नई दिल्ली संसदीय सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता अजय माकन और आप के आशीष खेतान को हरा कर चर्चा में आई थीं। इस लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भी मीनाक्षी लेखी सुर्खियों में तब आईं जब उनकी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को कड़ी फटकार लगाई। 

उत्तर पश्चिमी, दक्षिणी व पश्चिमी दिल्ली
उत्तर पश्चिमी दिल्ली में भाजपा ने हंसराज हंस को उतारकर स्थानीय उम्मीदवार के तौर पर ताल ठोक रहे आप के गुग्गन सिंह को ताकत दे दी। हंस को मोदी लहर की उम्मीद है तो कांग्रेस के राजेश लिलौठिया यहां पिछड़ते दिख रहे हैं। दक्षिणी दिल्ली में कांग्रेस का बॉक्सिंग जैसा दांव खेल कर बिजेंदर सिंह ने अपनी जोरदार उपस्थिति दर्ज करवाई है। यहां भाजपा के रमेश बिधूड़ी को सत्ता विरोधी लहर को आप उम्मीदवार राघव चड्ढा ने व्यक्तिगत हमले कर जनता को उनकी छवि पर दाग दिखाने के भरसक प्रयास किए हैं।  पश्चिमी दिल्ली में प्रवेश वर्मा भाजपा से हैं और सांसद होने के नाते उनसे लोगों की नाराजगी भी है इसके बावजूद आप के बलबीर जाखड़ और कांग्रेस महाबल मिश्रा से वे आगे हैं। 
 


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Anil dev

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