रातों-रात आधार कार्ड ने 16 लापता लोगों की बदली जिंदगी, सालों से बिछड़े परिवारों को मिलाया
punjabkesari.in Monday, Aug 29, 2022 - 02:10 PM (IST)

नेशनल डेस्क : आधार कार्ड देश के नागरिकों के लिए पहचान पत्र होने के साथ-साथ बिछड़े परिवारों को मिलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। दरअसल, ऐसा ही एक मामला नागपुर से सामने आया है, जहां आधार कार्ड के एप्लीकेशन के कारण 16 लापता लोगों को उनके परिवार से मिलाया गया है, जबकि 16 अन्य लोगों को उनके परिवारों से मिलाने के लिए कागजी कार्रवाई शुरू कर दी है। जिन परिवार के सदस्यों को मिलाया गया है, उनमें बच्चे, बुजुर्ग और दिव्यांग भी शामिल हैं।
यह लोग 10 साल से अपने परिवारों से बिछड़े हुए थे, इन्हें गैर सरकारी संगठनों द्वारा पुनर्वासित किया गया था या नए परिवारों द्वारा अपनाया गया था। मनकापुर में आधार सेवा केंद्र प्रबंधक ऑनरेरी कैप्टन अनिल मराठे ने कहा, “ये लोग आधार कार्ड बनवाने के लिए केंद्र में आए थे। लेकिन उनके आवेदन कई बार खारिज कर दिए गए, इसके बाद उन्होंने हमारी मदद के लिए हमसे संपर्क किया।
जब मामले की जांच की तो उनकी बायोमैट्रिक जानकारी पहले से ही एक खाते से जुड़ी हुई है, शायद इसलिए उनका आवेदन बार-बार रिजेक्ट हो रहा है। इसके बाद मैंने इन मामलों को मुंबई के क्षेत्रीय आधार केंद्र और बेंगलुरु के प्रौद्योगिकी केंद्र में भेजा। वहां से इन लोगों से संबंधित विस्तृत जानकारी भेजी गई तो पता चला कि हमारे पास वे पहले से ही पंजीकृत थे। इसके बाद हमने इन लोगों के परिवारों से संपर्क किया और लापता लोगों को फिर से मिला दिया।