ये लव स्टोरी पढ़ भर आएंगी आंखें, कभी लोगों ने कहा था इसके साथ कैसे बिताओगे जिंदगी

punjabkesari.in Tuesday, Sep 26, 2017 - 01:44 PM (IST)

बेंगलुरुः प्यार करने की उम्र नहीं होती और न ही कोई शर्त या बंदिशे होती हैं। प्यार रंग-रूप, जात-पात या फिर शरीर देखकर नहीं होता बेल्कि ये दिल से होता है। जिस पर दिल आ जाए इंसान उसे ताउम्र नहीं भूल सकता। कुछ ऐसी ही लव स्टोरी है बेंगलुरु के रहने वाले जयप्रकाश की। जयप्रकाश ने खुद अपने प्यार से लेकर शादी तक की अपनी क्रश कहानी को फेसबुक पर शेयर किया है। इस ट्रू लव स्टोरी को BeingYou फेसबुक पेज पर शेयर किया गया है। 17 साल उम्र में उसे किसी से क्रश हो गया और 10 साल बाद उसी से शादी की। इस पोस्ट को अब तक करीब 1.31 लाख से ज्यादा लोग लाइक कर चुके हैं।

ये लिखा जयप्रकाश ने
2004 को जब मैं 17 साल का था तो एक लड़की को मैंने स्कूल में देखा। मैं उसे देखने से अपने आपको नहीं रोक पाया क्योंकि ऐसी लड़की मैंने पहले कभी नहीं देखी थी।समय के साथ-साथ हम लोग दोस्त बन गए। मैं जब भी उसे मिलता, मेरा दिल जोर-जोर से धड़कने लगता। एक बार मैंने उसे किसी और के साथ देखा, इसके बाद मैंने उससे बात करना बंद कर दिया। उसको कोई आइडिया नहीं था कि मैंने क्यों उससे दूरी बना ली। हमारे एग्जाम के बाद उसने मेरी स्लैम बुक में लिखा कि वह मुझसे बात करना चाहती है लेकिन वैसा कभी नहीं हुआ। उसके बाद मैं कॉलेज चला गया, लेकिन उसके जैसी कोई लड़की नहीं मिली। वह बेंगलुरु शिफ्ट हो गई थी। तभी साल 2007 को मेरे जन्मदिन पर मेरे पास एक कॉल आई।

कॉल पर सुनीता की आवाज सुनते ही मेरा दिल 17 साल के लड़के की तरह धड़कने लगा। उसके बाद हम लोग कभी-कभी बात करने लगे लेकिन अपनी जिंदगी में व्यस्त रहे और समय बीतता गया। तभी ‘नवंबर 2011 में सुनीता और मेरे कॉमन फ्रैंड का फोन आया कि सुनीता का एक्सीडेंट हो गया है क्या तुम उसे मिलना चाहते हो लेकिन मैंने यह सोच कर फोन नहीं किया कि कोई छोटा-मोटा एक्सीडेंट होगा। दो दिन बाद जब मैंने उसको फोन किया तो मैं उसकी आवाज ही पहचान नहीं पाया। जब मैं उससे मिलने गया तो उसे देखकर हैरान रह गया क्योंकि उसके सिर पर बाल नहीं थे, चेहरा बिगड़ा हुआ था, नाक नहीं थी, मुंह नहीं था और न ही दांत थे, वह किसी 90 साल की बुजुर्ग की तरह लग रही थी। उसे देखकर मैं टूट गया और मुझे महसूस हुआ कि मैं उसे प्यार करता हूं।

मैंने उस रात उसे मैसेज किया कि मैं इकलौता आदमी हूं, जो तुम्हारा ख्याल रख सकता है। मैं तुमसे प्यार करता हूं। चलो शादी करते हैं। उसने मुझे कॉल किया और मैंने उसे फिर प्रपोज किया। वह हंसी, लेकिन उसने न नहीं कहा था। शुरुआत में मेरी मां हैरान थी, लेकिन मेरे पिता ने मेरा साथ दिया लेकिन मेरे माता-पिता दोनों इसके लिए राजी हो गए। उसके बाद जनवरी 2012 में मैंने उसकी हर एक सर्जरी में उसके साथ रहा। इस दौरान हमने कई मुश्किलें झेली। मैं बेंगलुरु शिफ्ट हो गया था, लेकिन मेरे लिए यह समय आसान नहीं था।’ ’26 जनवरी 2014 को मैं बेंगलुरू पहुंचा तो देखा कि मुझे प्रपोज करने के लिए वह तीन गुलाब के फूल लेकर घर के टैरेस पर खड़ी है। मैंने उसे हां बोला। उसी दिन हम लोगों ने सगाई की। उसके बाद से शादी की तैयारियां शुरू हो गईं। इस दौरान हमसे कई लोगों ने हमारी शादी को लेकर भी सवाल किए। कई लोगों ने सलाह दी कि हम लोग बच्चे पैदा न करें, क्योंकि उनका चेहरा भी सुनीता जैसा ही होगा। हम लोगों ने शादी की और दो बच्चे भी पैदा हो गए। लेकिन सच्चाई ये है कि मैंने मेरी जिंदगी के प्यार से शादी की। आज मेरे टीनएज का क्रश मेरा प्यार है। प्यार चेहरे से नहीं होता है यह आत्माओं का संबंध है।’ मेरा प्यार आज भी उसके लिए वैसा ही है जैसा पहले दिन था। उसे मालूम है मैं उसे चांद और चकोर की तरह प्यार करता हूं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News