कनाडा में 9 अलगाववादी संगठनों ने बना रखे ठिकाने ! पाकिस्तान से जुड़े तार, साथ दे रही ट्रूडो सरकार
punjabkesari.in Wednesday, Sep 20, 2023 - 11:29 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः पीएम जस्टिन ट्रूडो के खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर आरोपों के बाद भारत और कनाडा के बीच तनाव बढ़ गया है। इस बीच दावा किया गया कि आतंकवादी समूहों का समर्थन करने वाले कम से कम नौ अलगाववादी संगठनों के ठिकाने कनाडा में हैं। यह भी दावा है कि कई प्रत्यर्पण अनुरोधों के बावजूद कनाडा सरकार लोकप्रिय पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या सहित जघन्य अपराधों में शामिल इन लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई करने के बजाए उनको बचाने का प्रयास कर रही है । यहां अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि कनाडा की धरती पर विश्व सिख संगठन (WSO), खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF ), सिख फॉर जस्टिस (SFJ ) और बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) जैसे खालिस्तान समर्थक संगठन पाकिस्तान के इशारे पर कथित तौर पर स्वतंत्र रूप से काम कर रहे हैं।
भारत ने खालिस्तानी निज्जर की हत्या के संबंध में कनाडाई अधिकारियों और राजनेताओं द्वारा भारत के खिलाफ लगाए गए आरोपों को गलत बताया है और कहा है कि ये टिप्पणियां व आरोप निराधार व बेबुनियाद हैं। इस मामले में तल्खी इतनी बढ़ी कि कनाडा ने भारतीय राजदूत को निष्कासित कर दिया और इसके कड़े जवाब में कार्रवाई करते हुए भारत ने कनाडा के सीनियर डिप्लोमैट को पांच दिनों के भीतर देश छोड़ने के लिए कहा है। बढ़ते तनाव के बीच कनाडा ने आनन-फानन में अपने नागरिकों को भारत यात्रा के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है। अधिकारियों ने कहा कि भारत में कई मामलों में वांछित आतंकियों के निर्वासन के अनुरोध कनाडाई अधिकारियों के पास सालों से लंबित हैं। भारतीय अधिकारियों ने यह आरोप भी लगाया कि इन लोगों के खिलाफ इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस भी लंबित है।
अधिकारियों ने कहा कि भारतीय अधिकारियों ने गुरप्रीत सिंह के निर्वासन का अनुरोध किया था। साथ ही उसका कनाडा का पता भी दिया था, लेकिन कनाडा सरकार ने चुप्पी साधे रखी। उसके अलावा, 16 आपराधिक मामलों में वांछित अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला, पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी लेने वाले सतिंदरजीत सिंह बराड़ उर्फ गोल्डी बराड़ के खिलाफ भी कनाडा की सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने कहा कि अलगाववादी संगठन खुलेआम हत्या की धमकियां दे रहे हैं। अलगाववादियों के एजेंडे को बढ़ावा दे रहे हैं और भारत में लक्षित हत्याएं कर रहे हैं। लेकिन भारत की चिंताओं के बाद भी कनाडा कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
अधिकारियों ने कहा कि वांछित आतंकवादियों और गैंगस्टरों के निर्वासन का मुद्दा भारतीय अधिकारियों द्वारा कई राजनयिक और सुरक्षा वार्ताओं में उठाया गया है। बावजूद इसके कनाडा इन आतंकवादी तत्वों का समर्थन करता रहा। वे भारत की चिंताओं के प्रति अनिच्छुक और निर्लज्ज बने रहे। उन्होंने कहा कि आतंकवादी गतिविधियों में शामिल आठ लोगों और पाकिस्तान की आईएसआई के साथ साजिश रचने वाले कई गैंगस्टरों को कनाडा में सुरक्षित ठिकाना मिल गया है।