जींस-टीशर्ट में भीख मांगती 9 ''खूबसूरत'' लड़कियां, रहन-सहन देख हुआ शक तो… सामने आया चौंकाने वाला सच
punjabkesari.in Saturday, Jun 21, 2025 - 01:13 PM (IST)

नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से एक अजीबो- गरीब मामला सामने आया है। यहां पर नौ युवतियां आधुनिक कपड़े (जींस-टॉप) पहनकर सड़क पर घूम रही थीं और राहगीरों से मदद की गुहार लगा रही थीं। इस घटना के बाद से इलाके में हड़कंप मच गया है।
'हम परेशान हैं, मदद चाहिए': राहगीरों से मांग रही थीं पैसे
ये युवतियां सड़क पर खड़े होकर लोगों से कह रही थीं कि वे बहुत परेशान हैं, उनके घर की आर्थिक हालत खराब है और उन्हें थोड़ी-सी मदद की जरूरत है। उनकी भावुक बातों में आकर कई लोगों ने 100-200 रुपये की मदद भी कर दी। कुछ समझदार लोगों को इनपर शक हुआ। उनका रहन-सहन और कपड़े देखकर उन्हें लगा कि कुछ तो गड़बड़ है। इसके बाद उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने दबोचा, गुजरात की निकलीं सभी युवतियां
सूचना मिलते ही आंवला थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और सभी नौ युवतियों को पकड़कर थाने ले आई। पुलिस की शुरुआती पूछताछ में पता चला कि ये सभी युवतियां गुजरात के अहमदाबाद की रहने वाली हैं। जब पुलिस ने उनसे पूछा कि वे गुजरात से बरेली कैसे पहुंचीं और यहां क्या कर रही हैं, तो वे इसका कोई ठोस जवाब नहीं दे सकीं।
शांतिभंग की कार्रवाई, जमानत पर हुईं रिहा
पुलिस ने बताया कि ये युवतियां सड़क पर खड़े होकर राहगीरों को इमोशनल बातें बताकर पैसे मांग रही थीं। पुलिस के मुताबिक यह शांति व्यवस्था में बाधा डालने जैसा था। पुलिस पूछताछ में इन युवतियों ने अपने नाम बताए हैं, जिनमें उर्मी (28), नीतू (25), कुसुम (25), अंजलि (21), सुनीता (26), रीना (20), मनीषा (20), पूनम (25) और टीना (26) शामिल हैं। सभी नौ युवतियों के खिलाफ शांतिभंग की धाराओं के तहत कार्रवाई की गई और उन्हें एसडीएम कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट से उन्हें दो-दो लाख रुपये के निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया है।
गिरोह होने का शक, पुलिस कर रही जांच
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह कोई सामान्य मामला नहीं लग रहा। उन्हें शक है कि यह कोई बड़ा गिरोह हो सकता है, जो अलग-अलग शहरों में इसी तरह की गतिविधियों को अंजाम देता है। कुछ लोगों ने यह भी बताया कि अगर कोई उन्हें पैसे न दे, तो ये लड़कियां झूठे आरोप लगाने की धमकी भी दे सकती हैं। पुलिस भी इस बात की गहराई से जांच कर रही है कि क्या इनके साथ इस इलाके में कोई और लोग भी सक्रिय हैं।
आंवला कोतवाल कुंवर बहादुर सिंह ने बताया कि युवतियों को थाने लाकर पूछताछ की गई। उन्होंने आर्थिक तंगी को वजह बताया, लेकिन दूसरे राज्य से आकर इस तरह सड़क पर पैसे मांगना कानूनन गलत है। इसलिए शांतिभंग में चालान कर कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया।
पुलिस की आम जनता से अपील: रहें सतर्क
इस घटना के बाद पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि अगर कोई इस तरह से सड़क पर मदद मांगता नजर आए तो बिना पूरी पुष्टि किए पैसे न दें। साथ ही किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। पुलिस का कहना है कि कई बार ऐसे मामलों के पीछे कोई बड़ा आपराधिक नेटवर्क भी हो सकता है, जो शहर में कानून व्यवस्था के लिए खतरा बन सकता है। सभी युवतियां जमानत पर हैं, लेकिन पुलिस इनके पुराने रिकॉर्ड और इनके बाकी साथियों की तलाश में जुट गई है।