मां की ममता ने बचा ली बेटे की जान, सामने आईं मौत को मात देने वाली चौंकाने वाली कहानियां

punjabkesari.in Sunday, Jun 15, 2025 - 12:59 PM (IST)

नेशनल डेस्क: अहमदाबाद हवाई अड्डे के पास गुरुवार (12 जून, 2025) को हुए दर्दनाक विमान हादसे के बाद कई ऐसी कहानियां सामने आ रही हैं, जिन पर शायद पहली बार में यकीन करना मुश्किल हो। यह कहानियां बताती हैं कि कैसे कुछ लोग किस्मत से या अपनों की भावनाओं के कारण मौत के मुंह से बाल-बाल बच गए, जबकि विमान में सवार लगभग सभी यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की जान चली गई।

मां के कहने पर बच गई यमन व्यास की जान

ऐसी ही एक दिल छू लेने वाली कहानी है यमन व्यास की। यमन 12 जून को उसी एयर इंडिया की फ्लाइट से जाने वाले थे, जो उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद जमीन से जा टकराई। यमन का सारा सामान पैक था और वे बस घर से एयरपोर्ट के लिए निकलने ही वाले थे। मां से विदा लेने का भावनात्मक पल था। उनकी भावुक मां ने बेटे से गुजराती में कहा,"थोड़ा दिवस रोकई जा ने बेटा" (कुछ दिन और रुक जाते बेटा)। मां की इस सहज भावना ने यमन के कदम रोक दिए। उन्होंने अपनी फ्लाइट का टिकट रद्द करवा दिया। शाम को जब यमन ने विमान दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर सुनी, तो वे दंग रह गए। उन्हें यकीन नहीं हो रहा था कि उनकी मां की भावुकता ने उन्हें मौत के भयानक पंजे से बचा लिया था। यह वाकई एक चमत्कारी घटना थी।

कागजात कम होने से जैमिनी और प्रिया पटेल बचे

जैमिनी और प्रिया पटेल की किस्मत ने भी कुछ और ही तय कर रखा था। यह दोनों भी गुरुवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान से लंदन जाने वाले थे। वे विजिटर वीजा पर घूमने जा रहे थे, लेकिन उनके पास यात्रा के लिए कुछ जरूरी कागजात पूरे नहीं थे। इसी कमी के कारण उन्हें विमान में बैठने नहीं दिया गया। उन्होंने एयरलाइंस के कर्मचारियों से बहुत मिन्नतें कीं, लेकिन उन्हें बोर्डिंग पास नहीं मिला और वे निराश होकर घर लौट गए। जब वे घर पहुंचे, तभी उन्हें विमान हादसे की दर्दनाक खबर मिली। अहमदाबाद के चांदलोडिया के रहने वाले 29 वर्षीय जैमिन पटेल और 25 वर्षीय प्रिया पटेल को उनके दोस्त रोहित यादव ने छुट्टियों के लिए लंदन बुलाया था। कागजातों की कमी ने अनजाने में उनकी जान बचा ली।

विमान में सवार एक यात्री ने मौत को दी मात

इस भयावह दुर्घटना में, जिसमें 242 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे, केवल एक ही यात्री जीवित बच पाया है। विश्वकुमार रमेश नाम के इस यात्री को अहमदाबाद के शहर सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। विश्वकुमार बोइंग 787 ड्रीमलाइनर की 'ए11' सीट पर बैठे थे। एयर इंडिया के अनुसार, विमान में सवार 230 यात्रियों में से 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, एक कनाडाई और सात पुर्तगाली नागरिक थे। यह वाकई एक चमत्कार है कि 242 लोगों में से कोई एक इस भीषण दुर्घटना में जीवित बच सका।


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News Editor

Radhika

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