Meghalaya : पति को मरता देखती रही सोनम, हत्या के बाद किया जश्न – सामने आया ‘हनीमून मर्डर’ का सच
punjabkesari.in Wednesday, Jun 11, 2025 - 08:34 AM (IST)

नेशनल डेस्क: इंदौर से हनीमून पर निकले राजा और सोनम रघुवंशी की कहानी में रोमांस से ज्यादा रहस्य था। शादी के महज 12 दिन बाद दोनों मेघालय के सोहरा (चेरापूंजी) पहुंचे थे। लेकिन कुछ ही दिन में दोनों के लापता होने की खबर आई। फिर, गहरी खाई में एक शव मिलने से पूरे मामले ने हत्याकांड का शक गहरा कर दिया। शव की पहचान राजा रघुवंशी के रूप में हुई, और उसकी पत्नी सोनम गायब थी। कुछ दिन बाद सोनम गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) से पकड़ी गई।
साजिश की मास्टरमाइंड बनी पत्नी!
जांच में जो सामने आया, उसने हर किसी को हैरान कर दिया। सोनम ही इस हत्या की मास्टरमाइंड निकली। उसने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर पूरे प्लान को अंजाम देने की तैयारी पहले से कर रखी थी। हत्या में कुल पांच लोग शामिल थे – सोनम, उसका प्रेमी राज और तीन अन्य – विशाल उर्फ विक्की, आकाश और आनंद। सभी ने क्राइम ब्रांच की पूछताछ में अपना गुनाह कुबूल कर लिया है।
हत्या की वह रात – कैसे मारा गया राजा?
पूछताछ में सामने आया है कि राजा की हत्या के लिए मेघालय तक का सफर बेहद सोच-समझकर तय किया गया था। राज कुशवाहा खुद इंदौर में रुका रहा लेकिन उसने बाकियों को ट्रेनों के जरिए गुवाहाटी होते हुए शिलांग भेजा। खर्च के लिए 40-50 हजार रुपये भी दिए। हत्या के दिन विशाल ने राजा पर पहला हमला किया, बाकी आरोपियों ने मदद की। और सबसे हैरान करने वाली बात – सोनम पूरी वारदात के दौरान वहीं मौजूद थी, अपने पति को मरता हुआ देख रही थी। इसके बाद शव को एक खाई में फेंक दिया गया।
सबूत और पुलिस की कार्यवाही
क्राइम ब्रांच ने हत्या में इस्तेमाल किए गए खून से सने कपड़े आरोपी विशाल के घर से बरामद किए हैं, जिन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस क्राइम सीन रीक्रिएशन और शिनाख्त परेड की योजना भी बना रही है ताकि अदालत में मजबूत केस पेश किया जा सके। सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों को घटनास्थल तक ले जाकर वारदात का पूरा सीन दोबारा दिखाया जाएगा।
सोनम और बाकी आरोपी आज कोर्ट में होंगे पेश
आज का दिन इस केस में बेहद अहम है। सोनम और चारों गिरफ्तार आरोपियों को शिलांग की अदालत में पेश किया जाएगा। इससे पहले मेडिकल जांच कराई जाएगी और फिर पुलिस कस्टडी की मांग की जाएगी। SIT और शिलांग पुलिस अलग-अलग टीमों में आरोपियों से पूछताछ करेंगी। पूरे मामले की मॉनिटरिंग खुद मेघालय के डीजीपी कर रहे हैं।