SIP से करोड़पति बनने का सपना? भूलकर भी मत करना ये 7 गलतियां, नहीं तो निवेश हो जाएगा जीरो (0)
punjabkesari.in Tuesday, Jul 22, 2025 - 11:54 AM (IST)

नेशनल डेस्क: SIP यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान आज के समय में निवेश का एक बेहतरीन तरीका बन गया है। खासकर जो लोग हर महीने थोड़ा-थोड़ा पैसा लगाकर लंबी अवधि में बड़ा फंड बनाना चाहते हैं उनके लिए ये एक कारगर विकल्प है। लेकिन अगर सही तरीके से SIP नहीं किया गया तो यह फायदे की जगह नुकसान भी दे सकता है। अक्सर लोग कुछ ऐसी सामान्य लेकिन गंभीर गलतियां कर बैठते हैं जिनकी वजह से उनका पूरा फाइनेंशियल प्लान खराब हो सकता है। आइए जानते हैं वो 7 गलतियां कौन सी हैं जो SIP करते समय भूलकर भी नहीं करनी चाहिए।
1. बाजार गिरते ही SIP बंद कर देना - सबसे बड़ी गलती
बाजार गिरते ही बहुत से लोग घबरा जाते हैं और अपनी SIP बंद कर देते हैं। यह सबसे आम लेकिन खतरनाक गलती है। जबकि सच्चाई यह है कि बाजार की गिरावट ही असली मौका होता है जब आपको कम कीमत पर ज्यादा यूनिट्स मिलती हैं। स्मार्ट मूव: गिरते बाजार में SIP बंद करने के बजाय, अगर संभव हो तो टॉप-अप करें यानी SIP की राशि बढ़ाएं।
2. सालों तक SIP की राशि न बढ़ाना - लक्ष्य दूर हो सकता है
मान लीजिए आपने 5 साल पहले ₹2000 की SIP शुरू की थी और आज भी उतनी ही राशि डाल रहे हैं। आपकी सैलरी बढ़ी होगी, महंगाई भी बढ़ी होगी, लेकिन निवेश नहीं बढ़ा? ये गलती आपके फाइनेंशियल गोल को काफी पीछे कर सकती है। स्मार्ट मूव: हर साल अपनी SIP में 5-10% की बढ़ोतरी जरूर करें जिससे आप अपने लक्ष्य के और करीब पहुंच सकें।
3. बिना रिसर्च के फंड चुन लेना - नुकसान पक्का
अगर आपने सिर्फ किसी दोस्त की सलाह या टीवी ऐड देखकर फंड में निवेश किया है तो ये बड़ा रिस्क है। हर फंड हर व्यक्ति के लिए सही नहीं होता। गलत फंड आपके पैसे को नुकसान पहुंचा सकता है। स्मार्ट मूव: हमेशा अपने लक्ष्य, समय सीमा और रिस्क प्रोफाइल को ध्यान में रखते हुए रिसर्च करके या किसी योग्य सलाहकार से बात करके ही फंड का चुनाव करें।
4. बिना लक्ष्य के निवेश करना - दिशा हीन प्लानिंग
अगर आप सिर्फ पैसा डाल रहे हैं और आपको नहीं पता कि ये पैसा किसलिए है, तो यह निवेश अधूरा है। बिना लक्ष्य के निवेश में ना तो अनुशासन रहेगा और ना ही मोटिवेशन। स्मार्ट मूव: हर SIP को एक खास लक्ष्य से जोड़ें, जैसे रिटायरमेंट, बच्चों की पढ़ाई, घर खरीदना आदि। इससे आप निवेश में टिके रहेंगे और प्लान के अनुसार आगे बढ़ पाएंगे।
5. जल्दी मुनाफा देख कर पैसा निकाल लेना - कम्पाउंडिंग का फायदा खो देते हैं
SIP का असली फायदा लंबी अवधि में मिलता है। कई बार लोग 1-2 साल में ही जब अच्छा रिटर्न दिखता है तो लालच में आकर पैसा निकाल लेते हैं। इससे वे भविष्य में मिलने वाले बड़े रिटर्न से चूक जाते हैं। स्मार्ट मूव: कम से कम 7-10 साल तक SIP को चलाएं और तभी पैसा निकालें जब आपका लक्ष्य पूरा हो जाए।
6. सिर्फ डिविडेंड वाले फंड में निवेश करना - ग्रोथ से चूक जाना
कई निवेशक सिर्फ इस वजह से डिविडेंड ऑप्शन चुनते हैं कि उन्हें रिटर्न तुरंत मिलता रहे। लेकिन सच्चाई यह है कि डिविडेंड यूनिट्स की NAV को कम करके दिया जाता है, जिससे लॉन्ग टर्म रिटर्न घट सकता है। स्मार्ट मूव: डिविडेंड के बजाय हमेशा ग्रोथ ऑप्शन चुनें जिससे आपका पैसा सालों तक बढ़ता रहे और आपको कंपाउंडिंग का पूरा फायदा मिले।
7. रेगुलर प्लान में निवेश करना - फालतू में कमीशन देना
अगर आपने म्यूचुअल फंड किसी एजेंट या बैंक के माध्यम से 'रेगुलर प्लान' में लिया है, तो आप हर साल 1-1.5% एक्स्ट्रा कमीशन दे रहे हैं। यह आपके रिटर्न को धीरे-धीरे खा जाता है। स्मार्ट मूव: हमेशा डायरेक्ट प्लान में निवेश करें। इसे आप फंड हाउस की वेबसाइट या किसी भरोसेमंद ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से खुद ही खरीद सकते हैं।