SIP से बनें धनवान: चुंबक की तरह खिंचा चला आएगा पैसा, जानिए 6 जबरदस्त सीक्रेट्स
punjabkesari.in Monday, Jul 21, 2025 - 12:22 PM (IST)

नेशनल डेस्क: आज के दौर में म्यूचुअल फंड्स में निवेश करने का सबसे लोकप्रिय तरीका SIP (Systematic Investment Plan) है। छोटे-छोटे निवेश करके भी SIP के जरिए बड़ा पैसा बनाया जा सकता है। लेकिन सिर्फ SIP शुरू कर देना ही काफी नहीं होता। अगर आप सच में अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत करना चाहते हैं और SIP से अमीर बनना चाहते हैं तो कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है। यहां हम आपको SIP से धनवान बनने के 6 सबसे अहम और प्रभावी सीक्रेट बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप भी लंबी अवधि में मोटा फंड बना सकते हैं।
1. जल्दी शुरू करें और लंबी अवधि तक निवेश करें
SIP का सबसे बड़ा फायदा कंपाउंडिंग का जादू है। जितनी जल्दी आप निवेश शुरू करेंगे, उतना अधिक समय आपका पैसा बढ़ने में लगेगा। 20, 25 या 30 साल तक लगातार SIP करने से आपका फंड करोड़ों में बदल सकता है। इसलिए इंतजार न करें और अपनी निवेश यात्रा आज ही शुरू कर दें।
2. निवेश में निरंतरता बनाए रखें, बीच में ब्रेक न लें
SIP का मूल मंत्र है नियमित निवेश। कई बार लोग बीच में पैसे निकाल लेते हैं या SIP बंद कर देते हैं जिससे फायदा कम हो जाता है। बाजार के उतार-चढ़ाव में घबराएं नहीं और लगातार निवेश करते रहें। इससे आपके निवेश का बड़ा कॉर्पस तैयार होगा।
3. बाजार के गिरने पर SIP न रोकें, धैर्य रखें
म्यूचुअल फंड बाजार आधारित होते हैं, इसलिए इसमें उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। बाजार गिरने पर लोग घबराकर SIP बंद कर देते हैं, लेकिन ऐसा करना नुकसानदेह हो सकता है। गिरावट के समय आपको ज्यादा यूनिट्स मिलती हैं, जो बाद में जब बाजार ऊपर जाता है तो आपको बेहतर रिटर्न देती हैं। इसलिए मंदी में SIP बंद न करें।
4. समय-समय पर SIP का निवेश बढ़ाएं (Step-Up)
जब आपकी आय बढ़े तो SIP की राशि को भी बढ़ाते जाएं। हर साल अपनी निवेश राशि में 5% या 10% की बढ़ोतरी करें। इससे आपका निवेश और भी तेजी से बढ़ेगा और कंपाउंडिंग का फायदा मिलेगा। छोटे-छोटे टॉप-अप आपके फंड को जल्दी बड़ा बनाएंगे।
5. पैसा सिर्फ एक SIP में न लगाएं, पोर्टफोलियो बनाएं
सिर्फ एक ही म्यूचुअल फंड में सारा पैसा लगाने से जोखिम बढ़ जाता है। इसलिए अपने निवेश को कई फंड्स में बांटें ताकि जोखिम कम हो और बेहतर रिटर्न मिल सके। इसे पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन कहते हैं जो आपके पैसे की सुरक्षा करता है।
6. सही फंड चुनें और विशेषज्ञ की सलाह लें
हर म्यूचुअल फंड का जोखिम और रिटर्न अलग होता है। इक्विटी फंड्स में जोखिम ज्यादा होता है लेकिन लंबी अवधि में रिटर्न भी अच्छा मिलता है। डेट फंड्स में जोखिम कम होता है लेकिन रिटर्न सीमित होता है। हाइब्रिड फंड्स दोनों का संतुलन करते हैं। निवेश से पहले अपनी जरूरत, जोखिम सहनशीलता और निवेश अवधि के हिसाब से सही फंड चुनना बेहद जरूरी है। जरूरत पड़े तो किसी विशेषज्ञ की सलाह लें।
(डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य मार्गदर्शन के लिए प्रदान की गई है। निवेश से पहले कृपया अपनी व्यक्तिगत वित्तीय स्थिति और जोखिम सहनशीलता को ध्यान में रखते हुए स्वतंत्र वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें। निवेश से जुड़े फैसले पूरी तरह आपकी जिम्मेदारी हैं, और कोई भी निवेश लाभ या हानि सुनिश्चित नहीं की जा सकती।)