अब तक 7 की मौत, कई इलाके जलमग्न... रेड अलर्ट पर ये जिले, भारी बारिश ने बरपाया कहर

punjabkesari.in Friday, Jul 18, 2025 - 01:16 PM (IST)

नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश में मानसून ने कहर बरपा दिया है। राज्य के दक्षिणी हिस्सों में लगातार हो रही तेज बारिश के चलते आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है। बीते बुधवार और गुरुवार को गरज और चमक के साथ हुई मूसलाधार बारिश ने शहरों, गांवों, नदियों और नालों को जलमग्न कर दिया। इस आपदा में अब तक 7 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।

मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी बुंदेलखंड और दक्षिणी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में भारी वर्षा की चेतावनी दी है। प्रयागराज, झांसी, चित्रकूट, बांदा, ललितपुर और महोबा के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है, जबकि कानपुर, आगरा, मथुरा जैसे ज़िलों में भी भारी बारिश की आशंका जताई गई है।
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नावें डूबीं, बिजली गुल, 4 की मौत
प्रयागराज में गुरुवार को 91 मिमी बारिश दर्ज की गई। गंगा और यमुना के जलस्तर में उतार-चढ़ाव बना रहा। गंगा की तेज लहरों में कई नावें बह गईं, जिससे नाविकों को भारी नुकसान हुआ। शहर के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई और चार लोगों की जान चली गई। बिजली आपूर्ति भी घंटों ठप रही।

बांदा, कानपुर, चित्रकूट: जानलेवा बारिश
बांदा में दो और कानपुर में एक व्यक्ति की मौत की सूचना है। इन घटनाओं में ज़्यादातर मौतें करंट लगने, दीवार गिरने और पानी में डूबने की वजह से हुईं। चित्रकूट में 105 मिमी बारिश के बाद मंदाकिनी नदी दो मीटर ऊपर बह रही है। जिला प्रशासन ने निचले इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।
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मिर्जापुर में गांवों से संपर्क टूटा, सहारनपुर में पहाड़ी सैलाब
मिर्जापुर के चुनार क्षेत्र में 240 मिमी बारिश हुई, जिससे पहाड़ी नालों में उफान आ गया और कई गांवों का संपर्क टूट गया। सहारनपुर में शिवालिक की पहाड़ियों से पानी आने से नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ा और यातायात बाधित हुआ। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर कई मार्ग बंद कर दिए हैं।

प्रशासन पूरी तरह अलर्ट – राहत व बचाव कार्य जारी
प्रदेश सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को हालात पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए हैं। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस बचाव कार्यों में जुटी हुई है। नावों और ट्रैक्टरों के ज़रिए बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से लोगों को निकाला जा रहा है। कई ज़िलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं और राहत शिविर बनाए जा रहे हैं।


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Content Editor

Harman Kaur

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