BJP अध्यक्ष : यूपी BJP अध्यक्ष पद के लिए 6 नाम हुए शॉर्टलिस्ट, इनमें से लगेगी एक पर मुहर
punjabkesari.in Saturday, Jul 26, 2025 - 01:36 PM (IST)

नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश में साल 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) संगठन में बड़ा बदलाव करने जा रही है। मौजूदा यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी का कार्यकाल पूरा होने के बाद पार्टी नए चेहरे की तलाश में है। सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय नेतृत्व को छह नामों की एक सूची भेजी गई है, जिसमें जातिगत और क्षेत्रीय संतुलन का पूरा ध्यान रखा गया है। जल्द ही नए अध्यक्ष के नाम का ऐलान होने की उम्मीद है।
BJP अध्यक्ष पद के लिए 6 नाम हुए शॉर्टलिस्ट-
साल 2027 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपनी संगठनात्मक तैयारियों को तेज कर दिया है। इसी कड़ी में पार्टी यूपी के लिए नया प्रदेश अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया में है। वर्तमान अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी का कार्यकाल पूरा हो गया है और पार्टी उनकी जगह एक नया और प्रभावशाली चेहरा लाना चाहती है।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार केंद्रीय नेतृत्व को संभावित अध्यक्षों के छह नामों की एक सूची भेजी गई है। यह सूची बेहद सोच-समझकर तैयार की गई है, जिसमें जातीय और क्षेत्रीय संतुलन का विशेष ध्यान रखा गया है। बताया जा रहा है कि इस सूची में दो ब्राह्मण, दो पिछड़े वर्ग से और दो दलित समुदाय से जुड़े नेता शामिल हैं। एक वरिष्ठ नेता ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी, जिससे यह संकेत मिलता है कि अगले दो हफ्तों में नए अध्यक्ष के नाम का ऐलान हो सकता है।
ये हैं यूपी अध्यक्ष पद के लिए शॉर्टलिस्ट किए गए नाम
पार्टी ने इन नेताओं का चयन उनके संगठनात्मक अनुभव, क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व और राजनीतिक पकड़ के आधार पर किया है। शॉर्टलिस्ट किए गए प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:
- पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा (ब्राह्मण समुदाय से)
- बस्ती के पूर्व सांसद हरीश द्विवेदी (ब्राह्मण समुदाय से)
- यूपी के वर्तमान मंत्री धर्मपाल सिंह (दलित समुदाय से)
- वर्तमान केंद्रीय राज्य मंत्री बीएल वर्मा (पिछड़े समुदाय से)
- पूर्व केंद्रीय मंत्री रामशंकर कठेरिया (दलित समुदाय से)
- वर्तमान एमएलसी विद्या सागर सोनकर (पिछड़े समुदाय से)
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जातीय और क्षेत्रीय संतुलन पर विशेष जोर
बीजेपी इस बार अध्यक्ष पद के चयन में पूर्वांचल और पश्चिमी यूपी दोनों क्षेत्रों से संतुलन साधने की कोशिश कर रही है। सूचीबद्ध नामों में से कुछ पूर्वांचल क्षेत्र से हैं तो कुछ पश्चिमी यूपी से। उदाहरण के लिए, राम शंकर कठेरिया और धर्मपाल सिंह दलित समाज से आते हैं, जबकि डॉ. दिनेश शर्मा और हरीश द्विवेदी ब्राह्मण समाज से हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि 2027 के चुनावों को देखते हुए जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को साधने पर खास ध्यान दिया जा रहा है।
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RSS की भी ली गई राय
पार्टी सूत्रों के अनुसार इन छह नामों को अंतिम सूची में शामिल करने से पहले RSS के साथ भी गहन विचार-विमर्श किया गया है। हाल ही में दिल्ली में हुई उच्चस्तरीय बैठकों में इस मुद्दे पर व्यापक मंथन किया गया। इन बैठकों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जैसे शीर्ष नेताओं ने भी हिस्सा लिया और नए अध्यक्ष के चयन पर विस्तृत चर्चा की।
मिशन 2027 की तैयारी में जुटी BJP
बीजेपी अब पूरी तरह से मिशन 2027 के तहत अपनी तैयारियों को मजबूत करने में जुटी है। इस नेतृत्व परिवर्तन को संगठनात्मक ढांचे को फिर से मजबूत करने और राज्य में नेतृत्व को स्थिर व प्रभावशाली बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि नया अध्यक्ष लोकसभा चुनाव 2024 के बाद संगठन को 2027 के विधानसभा चुनाव तक सफलतापूर्वक ले जाने की क्षमता रखता हो।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि शॉर्टलिस्ट किए गए नामों पर अंतिम निर्णय राष्ट्रीय नेतृत्व और आरएसएस की सहमति के बाद ही होगा। उन्होंने संकेत दिया कि यह फैसला जल्द या अगले सप्ताह तक हो सकता है, क्योंकि संगठन को एक ऐसे नए नेतृत्व की जरूरत है, जो अगले कुछ वर्षों में पार्टी को नई ऊंचाइयों तक ले जाए।