BJP New President: बीजेपी को मिल सकता है नया चेहरा, इस दिग्गज नेता के नाम पर मुहर लगभग तय, सिर्फ ऐलान बाकी!
punjabkesari.in Friday, Jul 11, 2025 - 02:33 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर कयास अब लगभग खत्म होते नजर आ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्रा से वापसी के बाद संगठनात्मक गतिविधियां तेज हो गई हैं और अब पार्टी जल्द ही अध्यक्ष पद के नाम का ऐलान कर सकती है। सूत्रों की मानें तो केंद्रीय मंत्री और पूर्व हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर इस रेस में सबसे आगे हैं और उनका नाम लगभग तय माना जा रहा है।
खट्टर का नाम क्यों सबसे आगे?
पार्टी से जुड़े एक वरिष्ठ नेता ने दावा किया है कि 90 प्रतिशत तक तय माना जा रहा है कि खट्टर ही अगले भाजपा अध्यक्ष बनेंगे। उनका नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) दोनों की पसंद बताया जा रहा है। खट्टर लंबे समय तक संघ के प्रचारक रहे हैं और संगठनात्मक कार्यों में उनकी मजबूत पकड़ है।
संगठन में अनुभव, पीएम मोदी के करीबी
मनोहर लाल खट्टर का संगठन में लंबा अनुभव है। उन्होंने आरएसएस के प्रचारक के रूप में कई वर्षों तक काम किया है और भाजपा की विचारधारा को जमीनी स्तर तक पहुंचाने में सक्रिय भूमिका निभाई है। यही वजह है कि मोदी और संघ दोनों को उन पर भरोसा है। खट्टर को प्रधानमंत्री का विश्वस्त सहयोगी भी माना जाता है और 2014 में उन्हें हरियाणा जैसे राज्य की कमान दी गई थी, जो तब भाजपा के लिए नया क्षेत्र था।
क्या कहती है पार्टी की चुनाव समिति?
सूत्रों के मुताबिक भाजपा की राष्ट्रीय चुनाव समिति की अहम बैठक जल्द ही होने जा रही है। इस बैठक की अगुवाई डॉ. के. लक्ष्मण करेंगे और इसमें संगठन महामंत्री बी.एल. संतोष समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। इस बैठक में अध्यक्ष पद के चुनाव की तारीख तय की जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी की विदेश यात्रा पूरी होने के बाद अब इस चुनावी प्रक्रिया को अंतिम रूप देने की तैयारी है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि भीतर ही भीतर सहमति बन चुकी है और सिर्फ औपचारिक ऐलान बाकी है।
क्यों जरूरी है नया अध्यक्ष?
2024 के लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा अब नई चुनौतियों की ओर बढ़ रही है। ऐसे में पार्टी को एक ऐसा राष्ट्रीय अध्यक्ष चाहिए जो संगठन को मजबूती दे सके और आने वाले राज्यों के विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित कर सके। खट्टर को इस भूमिका के लिए उपयुक्त माना जा रहा है क्योंकि वे अनुशासित, सुलझे हुए और जमीनी नेता माने जाते हैं।
राजनीतिक समीकरणों पर असर
खट्टर की नियुक्ति से पार्टी को उत्तर भारत खासकर हरियाणा, पंजाब, हिमाचल और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में संगठनात्मक मजबूती मिल सकती है। साथ ही, इससे पार्टी में संतुलन भी बना रहेगा क्योंकि मौजूदा समय में दक्षिण और पश्चिम भारत से कई शीर्ष नेता राष्ट्रीय स्तर पर हैं।